टिड्डी के प्रकोप से बचने के लिए किसान हो जाएं सचेत : केपी सिंह

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By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Jul 2020 05:20 AM (IST) Updated:Wed, 15 Jul 2020 05:20 AM (IST)
टिड्डी के प्रकोप से बचने के लिए किसान हो जाएं सचेत : केपी सिंह
टिड्डी के प्रकोप से बचने के लिए किसान हो जाएं सचेत : केपी सिंह

जागरण संवाददाता, हिसार : राजस्थान प्रदेश से सटे राज्य के जिलों सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, महेन्द्रगढ़, चरखी दादरी, रेवाड़ी, पलवल इत्यादि में टिड्डी दलों के प्रवेश की संभावना अधिक है। इसलिए इन क्षेत्रों के किसानों को सचेत रहने की आवश्यकता है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केपी सिंह ने किसानों को उक्त सलाह देते हुए कहा कि पिछले सप्ताह टिड्डियों के दलों ने रेवाड़ी, भिवानी व सिरसा जिले के कुछ इलाकों में प्रवेश किया जोकि काफी हद तक नियंत्रित कर लिए गए। बावजूद इसके टिड्डी दल के हरियाणा प्रदेश में लगातार प्रवेश एवं फसलों पर आक्रमण भी देखने को मिला है। इसी को देखते हुए विश्वविद्यालय के कीट विज्ञान विभाग द्वारा किसानों को सलाह दी गई है कि किसान टिड्डी दल के बारे में आपसी जानकारी सांझा करते रहें और समीपवर्ती इलाकों में प्रवेश करते ही अपनी तैयारी दुरूस्त कर लें।

इसके अलावा टिड्डी दल का झुंड दिखाई देने पर ढोल, ड्रम बजाकर या फिर जोर-जोर से शोर मचा कर इन्हें अपने खेतों में न बैठने दें। प्रोफेसर केपी सिंह ने कहा कि टिड्डी दल के प्रवेश की जानकारी किसान तुरंत नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र या कृषि विभाग के अधिकारी को दें ताकि समय रहते इन पर काबू पाया जा सके। टिड्डी दल की संख्या के हिसाब से ही करें कीटनाशक का छिड़काव विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केपी सिंह ने कहा कि टिड्डी दलों के बैठने की उपयुक्त जगह ऐसे इलाके होते हैं जहां रेतीले टिब्बे और कीकर या अन्य जंगली पेड़ झुंड में लगे हुए हों। इसलिए ऐसे इलाके के आसपास के किसानों को काफी सजग रहने की आवश्यकता है।

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