भाजपा हिसार विधायक डा. कमल गुप्ता को बंधक बना किसान नेताओं ने की हाथापाई, कपड़े फाड़े, पुलिस ने बचाई जान
हिसार में बीजेपी विधायक और किसानों के बीच झड़प हुई। किसानों ने बीजेपी विधायक के साथ हाथापाई की और उनके कपड़े तक फाड़ डाले। पुलिस ने बीच-बचाव के बड़ी मशक्कत के बाद विधायक को रेस्ट हाउस से बाहर निकाला और गाड़ी में बैठाकर सीधा उनके घर ले गए।
जागरण संवाददाता, हिसार। भाजपा के हिसार से विधायक डा. कमल गुप्ता के साथ किसान नेताओं ने हाथापाई की। इतना ही नहीं नेताओं ने कमल गुप्ता के कपड़े तक फाड़ डाले। पुलिस ने बीच-बचाव के बड़ी मशक्कत के बाद विधायक को रेस्ट हाउस से बाहर निकाला और गाड़ी में बैठाकर सीधा उनके घर ले गए। यह घटना शाम करीब सवा पांच बजे की है। उत्तरप्रदेश में राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढ़ूनी की गिरफ्तारी के विरोध में किसान संगठन पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में सोमवार शाम बैठक कर रहे थे। इस बात से अनजान कि किसान संगठनों की रेस्ट हाउस में बैठक चल रही है, भाजपा विधायक बैठक में जा पहुंचे। किसानों के बीच खुद को पाकर विधायक भी हैरान रह गए। इतने में किसानों को विधायक के रेस्ट हाउस में होने की खबर मिल गई।
विधायक से की बदसलूकी
किसानों ने रेस्ट हाउस में आकर गेट बंद कर दिया और विधायक से बदसलूकी करने लगे। आंदोलनकारी किसानों ने विधायक से हाथापाई शुरू कर दी और कपड़े फाड़ डाले। कमल गुप्ता की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने बीच-बचाव कर विधायक को सुरक्षित बाहर निकालकर उनकी गाड़ी में बैठाया और सीधा विधायक के घर ले गए। विधायक डा. कमल गुप्ता ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि वह अनजाने में किसान संगठनों की मीटिंग में पहुंच गए। उन्हें नहीं पता था कि सरकारी रेस्ट हाउस में भी किसान संगठन बैठक कर रहे होंगे। वह भी खुद को घिरा पाकर हैरान हो गए थे। किसी तरह सुरक्षा कर्मियों ने मुझे बचाया। मैंने किसी तरह की कोई शिकायत नहीं करूंगा। पुलिस अपना काम करेगी।
किसान नेता बोले- यह सरकार की साजिश
वहीं संयुक्त किसान मोर्चा के जिला प्रधान शमशेर नंबरदार ने कहा कि विधायक डा. कमल गुप्ता को हमारे बीच में भेजना सरकार की साजिश है। सरकार हिसार को भी लखीमपुर बनाना चाहती है। विधायक का हमारे बीच में आने का क्या कारण था। किसानों ने गुस्से में विधायक को भला बुरा जरूर कहा है मगर किसी तरह की कोई हाथापाई नहीं की। यह किसानों को बदनाम करने की साजिश है।
यह कहा विधायक कमल गुप्ता ने
किसान पीडब्लूडी रेस्ट हाउस में मीटिंग कर रहे थे। मैं इसकी जानकारी नहीं थी। मैं वहां आ गया तो किसानों ने मुझे गैलरी में ही रोक लिया ना बाहर जाने दिया और ना अंदर आने दिया। इस दौरान पीछे से किसी ने मेरे कपड़े खींचने शुरू कर दिए, जिससे कुर्ता फट गया। मेरे सुरक्षाकर्मियों ने मुझे बचाया। इतने में वहां पुलिस पहुंच गई और मुझे वहां से निकाला। मैं अपनी तरफ से कोई शिकायत नहीं करूंगा। पुलिस को जो कार्रवाई करनी है वह करे।