रालेगण सिद्धि में Anna Hazare से मिले किसान नेता, अन्ना ने सरकार की कार्यशैली पर उठाए सवाल

किसान नेता महाराष्ट्र के रालेगण सिद्धि में अन्ना हजारे से मिलने पहुंचा। इस दौरान किसान नेताओं ने किसान आंदोलन व भ्रष्टाचार के मुद्​दे को लेकर अन्ना हजारे से विचार-विमर्श किया। किसान नेता जगबीर घसौला ने बताया कि हमने किसान आंदोलन व भ्रष्टाचार पर लंबे समय तक चर्चा की।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 03:21 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 03:21 PM (IST)
रालेगण सिद्धि में Anna Hazare से मिले किसान नेता, अन्ना ने सरकार की कार्यशैली पर उठाए सवाल
रालेगण सिद्धि पहुंचे किसान नेताओं को संबोधित करते अन्ना हजारे।

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी। हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेताओं का एक जत्था महाराष्ट्र के रालेगण सिद्धि में अन्ना हजारे से मिलने पहुंचा। इस दौरान किसान नेताओं ने किसान आंदोलन व भ्रष्टाचार के मुद्​दे को लेकर अन्ना हजारे से विचार-विमर्श किया। किसान नेता जगबीर घसौला ने बताया कि हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा के नेता भोपाल सिंह, जगबीर घसौला, विकल पचार, दलबीर सिंह रेढू, प्रदीप धनखड़, सुखदेव सिंह विर्क इत्यादि द्वारा किसान आंदोलन व भ्रष्टाचार के मुद्​दे को लेकर लंबे समय से विचार-विमर्श किया जा रहा था। इसी कड़ी में वे देश के विभिन्न किसान संगठनों को एकत्रित कर केरल, कर्नाटक का दौरा करते हुए रालेगण सिद्धि पहुंचे। वहां पर उन्होंने अन्ना हजारे के साथ बैठक की।

सरकार की कार्यशैली पर उठाए सवाल

बैठक में किसान नेताओं ने मौजूदा सरकार की कार्यशैली को लेकर गंभीर सवाल उठाए। जगबीर घसौला ने बताया कि अन्ना हजारे ने किसान आंदोलन को लेकर कहा कि उन्होंने वर्ष 2018 में देश के कई किसान संगठनों को एकत्रित कर 17 मांगों को लेकर आंदोलन शुरू किया था। जिसमें मुख्य मांग केंद्र के कृषि मूल्य आयोग को हटाकर उसको स्वायत्ता देने की थी। जिससे किसानों को सही मूल्य मिल सके। अन्ना हजारे ने कहा कि दुर्भाग्यवश उन्हें उम्मीद के अनुसार किसान संगठनों का सहयोग न मिलने के कारण सरकार को भेजी गई किसानों की मांगे जस की तस रह गई। उन्होंने कहा कि यदि उनके द्वारा उठाई गई 17 मांगें पूरी हो जाती तो देश के किसान को आज किसी भी प्रकार की मुसबीतों का सामना नहीं करना पड़ता। मौजूदा किसान आंदोलन में किसान की दशा पर भी उन्होंने दुख जाहिर किया।

जनतंत्र देश की सबसे बड़ी ताकत

अन्ना हजारे ने कहा कि जनतंत्र देश की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में ऐसा कोई गांव नहीं है जहां किसान न हो। यदि देश का किसान एकजुट होकर खड़ा हो गया तो केंद्र सरकार को झुकना पड़ेगा। जगबीर घसौला ने बताया कि अन्ना हजारे ने किसान नेताओं को आंदोलन को लेकर 24 सितंबर को दिल्ली में बैठक कर जल्द कार्यकारिणी का गठन करने की बात कही। जिस पर वहां मौजूद किसान नेताओं ने सहमति जताई।:

ये रहे शामिल

रालेगण सिद्धि में अन्ना हजारे से मुलाकात करने वालों में उत्तराखंड से किसान नेता भोपाल सिंह, हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा से जगबीर घसौला, विकल पचार, प्रदीप धनखड़, सुखदेव सिंह विर्क, दलबीर सिंह रेढू, सतपाल भादरा, सुग्रीव ओलख, रामप्रताप श्योराण, दिनेश गरूवा, असम से विष्णु प्रसाद, राजस्थान से रामपाल जाट, पंजाब से सरदार बलबीर सिंह चीमा व राजकुमार भारत, कर्नाटक से दयानंद पाटिल, दशरथ, दिल्ली से खाप प्रधान 360 से जगदीश सोलंकी, हरिसिंह, देवराज मलिक, उत्तर प्रदेश से आशु राणा मोहमद, आरिफ मोहम्मद, पुष्कर, मनोज, लक्ष्मण सिंह राणा इत्यादि मौजूद रहे।

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