Farmer Protest: संयुक्त किसान मोर्चा के फैसले पर टिकी नजरें, आंदोलन खत्म होने का है सभी को इंतजार
27 नवंबर 2020 की सुबह आंदोलनकारियों ने टीकरी बार्डर पर डेरा डाला था। तब से ही यहां पर मोर्चा जारी है। आज आंदोलन खत्म होता है तो टीकरी बार्डर से लेकर पूरे बहादुरगढ़ बाईपास तक नेशनल हाइवे-नौ को पूरी तरह साफ होने में कई दिन लगेंगे।
बहादुरगढ़, जागरण संवाददाता। एक साल से ज्यादा समय से जारी आंदाेलन को खत्म करने को लेकर अंतिम फैसला आजकल में टाला जा रहा है। आज बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा की फिर से बैठक हो रही है। सरकार की ओर से आंदोलनकारी किसानों की मांगाें को पूरा करने का आश्वासन दिया गया है, मगर इस पर सहमति न होने से ही मंगलवार को फैसला नहीं हो पाया। आज दोपहर में संयुक्त किसान मोर्चा की फिर से बैठक हो रही है। इसको लेकर आम आदमी के मन में सवाल है कि क्या आज आंदोलन खत्म हो पाएगा।
हाइवे साफ होने में लगेंगे कई दिन
एक साल से भी ज्यादा समय से यह आंदोलन जारी है। 27 नवंबर 2020 की सुबह आंदोलनकारियों ने टीकरी बार्डर पर डेरा डाला था। तब से ही यहां पर मोर्चा जारी है। आज आंदोलन खत्म होता है तो टीकरी बार्डर से लेकर पूरे बहादुरगढ़ बाईपास तक नेशनल हाइवे-नौ को पूरी तरह साफ होने में कई दिन लगेंगे। बाईपास करीब 13 किलोमीटर लंबा है। इसके कई किलोमीटर तक तो दोनों तरफ की सड़क पर आंदोलनकारियों ने तंबू लगा रखे हैं। उससे आगे बाईपास की एक लेन पूरी तरह तंबुओं के नाम है। एक लेन जो खाली है, उसी से वाहनों की आवाजाही नजफगढ़ रोड तक होती है। सड़क पर सैकड़ाें तंबू लगे हैं। कई जगहों पर एक से डेढ़ फीट तक सड़क पर ही ईंटों की दीवार भी बना रखी है। उसको भी हटाना है।
प्रशासन की कड़ी मेहमत के बाद होगा धरना साफ
दूसरा टीकरी बार्डर पर बैरिकेडिंग से दिल्ली की तरफ एक ओर की सड़क तो खाली है लेकिन दूसरी तरफ की सड़क पर कई जगह बेैरिकेडिंग हो रखी है। उसको भी हटाया जाना है। आंदोलन खत्म होने की सूरत में पूरी सड़क को आम दिनों जैसी बनाने में प्रशासनिक अमले को कई दिनोंं तक मेहनत करनी पड़ेगी। आंदोलनकारियों ने टीकरी बार्डर पर ही शेड भी बना रखा है। इसको भी हटाया जाना है। खैर लोगों को मानना है कि यह सब तो हट जाएंगे, पहले आज आंदोलन तो खत्म हो।