Farmer Protest: ना आंदोलन खत्म हो रहा, न दिल्ली के बार्डर खुल रहे, हर दिन बढ़ता जा रहा है नुकसान

बहादुरगढ़ के टीकरी बार्डर पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहा है। जिसके कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वहीं उद्यमियों को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 08:56 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 08:56 AM (IST)
Farmer Protest: ना आंदोलन खत्म हो रहा, न दिल्ली के बार्डर खुल रहे, हर दिन बढ़ता जा रहा है नुकसान
आंदोलन के चलते उद्यमियों को हो रहा है नुकसा।

बहादुरगढ़, जागरण संवाददाता। बहादुरगढ़ के टीकरी बार्डर पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहा आंदोलन अब 10 माह पूरे करने जा रहा है। ठीक एक दिन बाद यह आंदोलन 11वें महीने में प्रवेश कर जाएगा। अब जो हालात दिखाई दे रहे हैं उसमें यह आंदोलन एक साल भी पूरा कर ही लेगा, क्योंकि न तो आंदोलनकारी अपनी जिद छोड़ रहे हैं और न ही सरकार की तरफ से कोई बातचीत की पेशकश की जा रही है।

आंदोलन के कारण लोगों को रही है दिक्कतें

ऐसे में स्वाभाविक है कि आंदोलन अभी जल्दी से खत्म भी नहीं होगा, मगर दिक्कत तो यह है कि आंदोलन खत्म न होने की सूरत में बहादुरगढ़ के जो उद्यमी, व्यापारी और आम लोग टीकरी बार्डर से तरफ रास्ता खुलने का इंतजार कर रहे हैं उन्हें भी कोई उम्मीद की किरण नजर नहीं आ रही है। हाल ही में बहादुरगढ़ के उद्यमियों ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की, लेकिन उस पर सुनवाई की अगली तारीख 15 नवंबर तय कर दी गई है। जाहिर है कि तब तक तो आंदोलन अपना एक साल पूरा करने के नजदीक पहुंच जाएगा। उसके बाद भी बार्डर खुल जाए, यह तय नहीं है, क्योंकि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिए गए आदेश के बाद हरियाणा सरकार की तरफ से हाई पावर कमेटी गठित तो की गई लेकिन उस कमेटी से किसी तरह की बातचीत से आंदोलनकारियों ने इंकार कर दिया था।

कमेटी के फैसले के इंतजार में उद्यमी

ऐसे में कमेटी भी अभी क्या फैसला लेगी। इधर बहादुरगढ़ के उद्यमियों को आशा थी कि यदि कुंडली बार्डर से दिल्ली का रास्ता खुल जाए तो फिर टीकरी बार्डर से भी रास्ता खुलना आसान हो जाएगा। मगर अभी तो इन दोनों बार्डरों से रास्ता खुलने की संभावना नहीं बन रही है। इस स्थिति में दिल्ली से सटा औद्योगिक शहर बहादुरगढ़ हर दिन नुकसान झेल रहा है। जब तक यह आंदोलन खत्म नहीं होता तब तक नुकसान भी बढ़ता ही जाएगा।

chat bot
आपका साथी