किसान आंदोलन ने छीन लिया रोजगार, हिसार में चार महीने से 200 टोल प्लाजा कर्मी बेराेजगार

किसान आंदोलन के कारण सबसे पहले किसानों ने टोल को निशाने पर लिया और धरना लगाकर बैठ गए। इतना ही नहीं टोल को फ्री कर दिया। इससे टोल कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। कंपनियों ने नुकसान की भरपाई करते हुए सभी कच्चे कर्मचारियों की छंटनी कर दी

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 12:05 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 12:05 PM (IST)
किसान आंदोलन ने छीन लिया रोजगार, हिसार में चार महीने से 200 टोल प्लाजा कर्मी बेराेजगार
किसान आंदोलन के कारण कोई टोल कर्मी मिस्त्री का काम कर रहा है तो कोई अब दिहाड़ी मजदूरी करता है

हिसार, जेएनएन। हरियाणा में पिछले करीब चार महीने से किसान आंदोलन चल रहा है। इन चार महीनों से प्रदेश के सभी टोल बंद पड़े हैं। इन टोल पर काम करने वाले कर्मचारियों पर रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। अकेले हिसार की बात करें तो हिसार में हिसार-रोहतक, हिसार-बरवाला, हिसार-राजगढ़ और हिसार-फतेहाबाद नेशनल हाईवे पर चार टोल हैं। हर टोल पर करीब 50 कर्मचारी काम करते थे। कुल मिलाकर 200 कर्मचारी इन टोल पर थे। मगर किसान आंदोलन के कारण सबसे पहले किसानों ने टोल को निशाने पर लिया और धरना लगाकर बैठ गए। इतना ही नहीं टोल को फ्री कर दिया। इससे टोल कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। कंपनियों ने नुकसान की भरपाई करते हुए सभी कच्चे कर्मचारियों की छंटनी कर दी।

अब यह कर्मचारी रोजी रोटी कमाने को दिहाड़ी मजदूरी करने को मजबूर हैं। कोरोना काल में और कहीं काम नहीं मिला तो कोई राज मिस्त्री बन गया तो कोई दिहाड़ीदार। सद्भावना टोल प्लाजा कंपनी की बात करे ताे इनके रोहतक, हिसार और पानीपत में करीब चार टोल हैं। इन टोल पर करीब 350 कर्मचारी बेरोजगार हो गए। इन टोल पर आपरेटर, सुपरवाइजर, सिक्याेरिटी और ऑडिटर जैसे पदों पर कच्चे कर्मचारियों की भर्ती की जाती है। इन पर करीब 10 हजार से 15 हजार रुपये तक वेतन टोल कंपनियां देती हैं।

किसानों ने बंद करवाए हुए हैं चारों टोल, रोजाना 47 लाख रुपये का नुकसान

किसान संगठनों के आह्वान पर जिला के सभी टोल प्लाजा पर कामकाज पूरी तरह से ठप है। किसान अनिश्चितकालीन धरना यहां लगाए हुए हैं। इसका कारण यह भी है यहां धरने देने के लिए सिर पर छत और शौचालय व पानी जैसी सुविधाएं मौजूद हैं। इसलिए किसानों ने धरना देने के लिए टोल नाकों को चुना। अगर हिसार के चारों टोल की बात करें तो एक दिन का नुकसान करीब 47 लाख रुपये का है। जिसमें सबसे अधिक वाहन मय्यड़ टोल प्लाजा से होकर जाते हैं।

प्रतिदिन किस टोल पर कितने व कितनी होती है आय

मय्यड़ टोल (हिसार से दिल्ली)- 18 लाख

वाहन- 23000

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लांधड़ी (हिसार से सिरसा)- 6 लाख

वाहन- 11000

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बाडोपट्टी (हिसार से चंडीगढ़)- 15 लाख

वाहन- 10000

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चौधरीवास (हिसार से राजगढ़)- 7 लाख

वाहन- 14000

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कुल आय:::47 लाख रुपये

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