आंगनबाड़ी केंद्र में अब दर्ज नहीं होंगे फर्जी बच्चों के नाम, पोषण ट्रैकर एप से होगी मॉनिटरिंग
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पोषण ट्रैकर एप से पोषण अभियान की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी। केंद्रीय मंत्रालय की ओर से लांच इस एप पर दर्ज रिकॉर्ड की मॉनिटरिंग विभाग के अधिकारी करेंगे। इस एप पर पोषाहार बच्चों के वजन स्वास्थ्य व महिलाओं से जुड़ी जानकारी अपलोड है
सिरसा, जेएनएन। आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के नाम पर फर्जीवाड़ी नहीं होगा। नई व्यवस्था में अब पोषण ट्रैकर एप पर ही आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले बच्चों के नाम दर्ज करने होंगे। इनके हिसाब से ही पोषाहार विभाग की ओर से भेजा जाएगा। इससे पहले बच्चों की संख्या रजिस्टर में दर्ज होती है। रजिस्टर में दर्ज नाम की वेरिफिकेशन विभाग की ओर से नहीं की जाती है। गौरतलब है कि जिले में 1377 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इन केंद्रों में 95094 बच्चें के नाम दर्ज हैं। जिनमें 45907 लड़के व 43341 लड़कियां हैं।
समय समय पर होगी मॉनिटरिंग
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पोषण ट्रैकर एप से पोषण अभियान की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी। केंद्रीय मंत्रालय की ओर से लांच इस एप पर दर्ज रिकॉर्ड की मॉनिटरिंग विभाग के अधिकारी करेंगे। इस एप पर पोषाहार, बच्चों के वजन, स्वास्थ्य व महिलाओं से जुड़ी जानकारी अपलोड है। एप को आंगनबाड़ी वर्कर के मोबाइल में अपलोड करवाया जा रहा है। जिन वर्करों के पास स्मार्टफोन नहीं उन्हें खरीदने के निर्देश दिए जा रहे हैं। पोषण ट्रैकर एप डाउनलोड होने से आंगनबाड़ी वर्कर ज्यादा कार्य करेगी। इसी के साथ आंगनबाड़ी केंद्र में फर्जी बच्चे का नाम दर्ज नहीं हो सकेगा।
समय की होगी बचत
आंगनबाड़ी केंद्रों में वर्कर मैनुअल काम कर रही है। इसके लिए 11 रजिस्टर मेनटेन करने होते है। इसके लिए रजिस्टर में काम बरने में अधिक समय लगता है। इस रजिस्टर में बच्चों का वजन, पोषाहार, गर्भवती महिलाओं का रिकॉर्ड रखा जाता है। अब यह कार्य एप पर ही किया जाएगा। इससे समय की भी बचत होगी। इसी के साथ बच्चों के वजन, पोषाहर, स्वास्थ्य की जानकारी भी एप पर ही देनी होगी।
वर्कर जता रही है रोष
पोषण ट्रेकर एप को आंगनबाड़ी वर्कर विरोध कर रही है। इसके लिए वर्करों ने पिछले सप्ताह लघु सचिवालय के सामने प्रदर्शन किया। वर्करों ने जिला प्रशासन को सौंप ज्ञापन में कहा कि वर्करों को स्मार्टफोन चलाने नहीं आ रहे हैं। इसी के साथ सभी वर्करों के पास स्मार्टफोन नहीं हैं। फोन की व्यवस्था सरकार करें। इसी के साथ इंटरनेट का खर्च भी दिया जाए।
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सिरसा सीडीपीओ शूच्ची बजाज ने कहा कि पोषण ट्रेकर एप पर आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों का पूरा रिकॉर्ड रहेगा। इससे किसी भी केंद्र में फर्जी बच्चें का नाम दर्ज नहीं हो सकेगा। इसी के साथ बच्चों को दिया जाने वाले पोषाहार का भी रिकॉर्ड रहेगा। वर्करों को एप डाउनलोड करवाई जा रही है।