किसान आंदोलन को लेकर बहादुरगढ़ के उद्यमियों फूटा गुस्सा, प्रदर्शन कर बोले- 20 हजार करोड़ का हो चुका नुकसान

आठ माह से चल रहे आंदोलन की वजह से बंद टीकरी बार्डर को खुलवाने के लिए अब यहां के उद्यमी एकजुट हो गए हैं। आठ माह से परेशानी झेल रहे उद्यमियों की पीड़ा वीरवार को बाहर निकल आई और उद्यमियों ने इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 04:08 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 04:08 PM (IST)
किसान आंदोलन को लेकर बहादुरगढ़ के उद्यमियों फूटा गुस्सा, प्रदर्शन कर बोले- 20 हजार करोड़ का हो चुका नुकसान
उद्यमियों ने कहा कि टीकरी बार्डर खुलवाने के लिए अगले सप्ताह करेंगे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ करीब आठ माह से चल रहे आंदोलन की वजह से बंद टीकरी बार्डर को खुलवाने के लिए अब यहां के उद्यमी एकजुट हो गए हैं। आठ माह से परेशानी झेल रहे उद्यमियों की पीड़ा वीरवार को बाहर निकल आई और उद्यमियों ने वीरवार को एमआइई के पास स्थित पंडित श्रीराम मेट्रो स्टेशन के नीचे इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया और टीकरी बार्डर खुलवाने की मांग की। 50 से अधिक उद्यमियों ने यहां पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की तथा मौके पर पहुंचे एसडीएम हितेंद्र शर्मा को सीएम के नाम ज्ञापन भी दिया। प्रदर्शन के दौरान उद्यमियों ने कहा कि आठ माह से हम परेशानियां झेल रहे हैं। उनके कारोबार ठप हो गए हैं। हजारों फैक्ट्रियां बंद हैं। नौ हजार से ज्यादा फैक्ट्रियों को 20 हजार करोड़ से ज्यादा के टर्न ओवर का नुकसान हो चुका है।

कच्चा व तैयार माल लाने व ले जाने के लिए दो से तीन गुणा अतिरिक्त किराया देने से भी उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है। लाखों लोगों को रोजगार देने वाले हम उद्यमी बार्डर खुलवाने के लिए पीएम को पत्र लिख चुके हैं। सीएम से मिल चुके हैं। मगर उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। प्रदर्शन के दौरान उद्यमियों ने कहा कि हम किसानों के विरोधी नहीं हैं। वो आंदोलन चलाए। हमारा उन्हें पूरा सहयोग है। मगर उनका भी मौलिक अधिकार है। हम भी अपना कारोबार चला रहे हैं। सरकार को करोड़ों का टैक्स अदा कर रहे हैं। करीब साढ़े सात लाख लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार दे रहे हैं। हमें भी अपना व्यापार चलाने का अधिकार है। सुरक्षा के नाम पर बंद किए गए बार्डर से उन्हें नुकसान हो रहा है।

व्यापार ठप हो गया है। हम आखिरकार जाए तो कहां जाएं। उद्यमियों ने साफ तौर पर चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही बार्डर नहीं खुला तो वे अपने सारे वर्करों को साथ लेकर सड़क पर उतर आएंगे और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। ऐसे में जल्द से जल्द बार्डर खोला जाए ताकि उन्हें ज्यादा नुकसान न हो। साथ ही उद्यमियों ने बताया कि वे अगले सप्ताह बार्डर खुलवाने की मांग को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मिलेंगे। इस मौके पर बहादुरगढ़ चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री एसोसिएशन के वरिष्ठ उपप्रधान नरेंद्र छिकारा, वरिष्ठ उपप्रधान विकास आनंद सोनी, सह सचिव हरी शंकर बाहेती, विनोद जैन, रमणीक सिंघल, राजेश गुप्ता, सुरेंद्र गर्ग, प्रवीण गुप्ता, आशू, सुरेंद्र वशिष्ठ आदि मौजूद थे।

बारिश से कच्चे रास्ते हो गए खराब, वाहनों को एमआइई की तरफ निकाल रहे स्टाक मालिक

बहादुरगढ़ में बारिश होने की वजह से दिल्ली को जाने वाले कच्चे रास्ते कीचड़ से सन गए हैं। यहां से निकलना खतरे से खाली नहीं है। दूसरा पीवीसी मार्केट से एमआइई को जोड़ने वाले एक कच्चे रास्ते में रेती-रोड़ी के स्टाक मालिक ने हैवी वाहनों के लिए रास्ता खोल दिया है। यहां पर 100-100 रुपये लेकर एक वाहन को एमआइई पार्ट बी की तरफ भेजा जाता है, जिससे एमआइई व सेक्टर नौ बाईपास मोड़ पर जाम लगा रहता है। इस जाम की वजह से भी उद्यमी परेशान हैं। जाम के कारण उनके वाहन अटके रहते हैं। इस पर एसडीएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि वे इस बारे में एसपी से बातचीत करके उनकी समस्या का समाधान करवाएंगे।

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टीकरी बार्डर बंद होने से हमारा कारोबार ठप हाे गया है। आठ माह हो गए, हम परेशान हो गए हैं। सुरक्षा के नाम पर बंद किया गया बार्डर खोला जाए। हम किसानों के विरोधी नहीं हैं। अगर अब भी बार्डर नहीं खोला गया तो शीघ्र ही हम रणनीति बनाकर सड़क पर आ जाएंगे। अगर किसानों का अधिकार है तो हमारा भी मौलिक अधिकार है। हमें भी अपने व्यापार चलाने हैं। इसलिए गुजारिश है कि टीकरी बार्डर खोला जाए।

----नरेंद्र छिकारा, वरिष्ठ उपप्रधान, बहादुरगढ़ चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री एसोसिएशन।

..हम साढ़े सात लोगों को प्रत्यक्ष व प्रत्यक्ष रूप से रोजगार दे रहे हैं। हम टैक्स दे रहे हैं। पीएम को पत्र लिख चुके हैं। सीएम से मिल चुके हैं। हमारी कहीं पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब तो इंतिहा हो गई है। जल्द ही बार्डर नहीं खुला तो हम सारी लेबर को लेकर सड़क पर उतर जाएंगे। प्रदर्शन करेंगे। अब उनके पास कोई चारा नहीं रहा है।

----विकास आनंद सोनी, वरिष्ठ उपप्रधान, बहादुरगढ़ चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री एसोसिएशन।

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