20 गांवों में मिल रही जगमग योजना के तहत बिजली

म्हारा गांव-जगमग गांव योजना के तहत क्षेत्र के 40 गांवों में से 20 गांवों में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है। योजना के अंतर्गत 11 गांवों में कार्य प्रगति पर है तथा शेष गांवों का एस्टीमेट बनाकर टेंडर के लिए रिपोर्ट भेजी जा चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 11:33 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 11:33 PM (IST)
20 गांवों में मिल रही जगमग योजना के तहत बिजली
20 गांवों में मिल रही जगमग योजना के तहत बिजली

संवाद सहयोगी, सिवानी मंडी : म्हारा गांव-जगमग गांव योजना के तहत क्षेत्र के 40 गांवों में से 20 गांवों में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है। योजना के अंतर्गत 11 गांवों में कार्य प्रगति पर है तथा शेष गांवों का एस्टीमेट बनाकर टेंडर के लिए रिपोर्ट भेजी जा चुकी है।

यह जानकारी देते हुए दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के एसडीओ भूप सिंह ने बताया कि म्हारा गांव-जगमग गांव योजना बिजली के सुधारीकरण की दिशा में एक महत्वाकांक्षी योजना है।बिजली उपभोक्ताओं के लिए यह योजना एक मील का पत्थर सिद्ध होगी। निगम के अधीनस्थ क्षेत्र में 40 गांव आते हैं, जिनमें से 20 गांवों को म्हारा गांव-जगमग गांव योजना के तहत जोड़ा जा चुका है।

इन गांवों में गैंडावास, बुधशैली, मोतीपुरा, घघाला, झुपा कलां व खुर्द, माधोपुरा, लीलस, ढाणी शीलावाली, सैनीवास, खेड़ा, धूलकोट, रुपाणा, ढाणी हुणात, ढ़ाणी धीरजा, ढाणी बल्हारा, ढाणी दयाचंद, सिवाच, मंडोली तथा बड़वा गांव शामिल है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के जिन 11 गांवों में कार्य प्रगति पर है उनमें मोहिला, कालोद, गुढा, शेरपुरा, बख्तावरपुरा, गढ़वा, खरखड़ी, तलवानी, कलाली, रामबास व बिधवान शामिल है।

क्षेत्र के जिन गांवों का म्हारा गांव-जगमग गांव योजना के लिए एस्टीमेट बनाकर टेंडर के लिए भेजा गया है उन गांवों में किकराल, देवसर, गुरेरा, नलोई, ढाणी किकराल, ढाणी मीठी, ढाणी रामजस, मतानी, ढाणी भाकरा, मोरका तथा मीठी गांव शामिल है। उन्होंने बताया कि इन गांवों को भी आगामी 6 माह के दौरान योजना के तहत कार्य पूरा करवा कर 24 घंटे बिजली की आपूर्ति आरंभ करवा दी जाएगी।

एसडीओ भूप सिंह ने म्हारा गांव-जगमग गांव योजना पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पुराने व कंडम हो चुके बिजली के तारों के स्थान पर नई केबल लगाई जा रही हैं। उपभोक्ताओं के घरों के बाहर पिलर बॉक्स में नए इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगाए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त लोड की क्षमता के अनुसार ट्रांसफार्मर भी लगाने की प्रक्रिया जारी है।इस योजना के तहत उपभोक्ताओं को बिजली की बेहतर सप्लाई मिलेगी, आंधी- तूफान के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगेगा, बरसात के मौसम में करंट की संभावना नहीं रहेगी, ब्रेक डाउन कम से कम होगा तथा फ्यूज भी नहीं उड़ेगा।

क्षेत्र के गांवों में लाइट की आपूर्ति 24 घंटे होने तथा एरिया में जमीन के भाव कम होने के कारण यहां पर ग्रामीण क्षेत्रों में औद्योगिक इकाइयों को बल मिलेगा। झींगा मछली पालन का व्यवसाय करने वाले जिन व्यक्तियों ने बिजली के कनेक्शन के लिए आवेदन किया हुआ है उनको निगम जल्द ही कनेक्शन देगा।

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