आंदोलन में पानी सप्लाई करने वाले पर बिजली निगम ने लगाया था 43 हजार का जुर्माना, धरने पर बैठे किसान
किसानों को पानी की सप्लाई करने वाले एक पानी सप्लायर को बिजली निगम की ओर से जुर्माना लगाए जाने के विरोध में यह धरना दिया गया। दोपहर को एसडीएम भूपेंद्र की ओर से किसानों को आश्वासन दिया गया तब जाकर किसानों ने यह धरना समाप्त किया।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहा की ओर से लघु सचिवालय में एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना देकर प्रदर्शन किया गया। यूनियन के मुखिया जोगेंद्र उगराहा के नेतृत्व में धरना दिया गया। किसानों को पानी की सप्लाई करने वाले एक पानी सप्लायर को बिजली निगम की ओर से जुर्माना लगाए जाने के विरोध में यह धरना दिया गया। दोपहर को एसडीएम भूपेंद्र की ओर से किसानों को आश्वासन दिया गया, तब जाकर किसानों ने यह धरना समाप्त किया।
धरने की अध्यक्षता कर रहे भारतीय किसान यूनियन के मुखिया जोगेंद्र उगराहा ने कहा कि तीन कृषि कानूनों की वापसी के लिए एक साल से हम यहां पर आंदोलन कर रहे हैं। सरकार की ओर से बार-बार मांग किए जाने के बाद भी बिजली, पानी व सफाई का प्रबंध नहीं किया। किसान अपने स्तर पर ही बिजली, पानी व सफाई का प्रबंध कर रहे हैं। आंदोलनरत किसानों को एक साल से बलजीत डाबोदिया नामक पानी सप्लायर किसानों को पानी सप्लाई कर रहा था। यह पानी सप्लायर भाजपा के पूर्व विधायक नरेश कौशिक के कार्यालय के साथ उसका पानी सप्लायर का कार्यालय है।
ऐसे में भाजपा नेताओं की ओर से मना किया था कि वो किसानों को पानी सप्लाई न करे। जब पानी सप्लायर ने पानी सप्लाई जारी रखने की बात कही तो भाजपा के नेताओं ने बिजली निगम से उसे करीब 43 हजार का जुर्माना लगवा दिया। इसके विरोध में भाकियू उगराहा ग्रुप के करीब 500 किसान सोमवार सुबह लघु सचिवालय के बाहर धरने पर बैठ गए।
किसान बलजीत पर लगाए गए ₹43000 के जुर्माने की माफ करने पर अड़े हुए थे। करीब 1:00 बजे एसडीएम भूपेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि शाम 4:00 बजे तक बलजीत पानी सप्लायर पर लगाए गए जुर्माने को माफ कर दिया जाएगा। तब जोगेंद्र उगराहा ने एसडीएम के आश्वासन के बाद धरने को समाप्त कर दिया और किसान वापस लौट गए।