हिसार के डोगरान मोहल्ले के 8 हजार परिवारों को सीवरेज समस्या से मिलेगा छुटकारा, यह है योजना
अमृत योजना के तहत बिछाई गई नई मेन सीवरेज लाइन में गलियों की सीवरेज लाइन की कनेक्टिविटी की जाएगी। इसके लिए अब प्रशासन 24.98 लाख रुपये खर्च करेगा। जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन मेन सीवरेज लाइन में कनेक्टिविटी के लिए एस्टीमेट तैयार कर दिया है।
हिसार, जेएनएन। डोगरान मोहल्ले में सीवरेज लाइन डैमेज होने से परेशान 8 हजार परिवारों के लिए राहत की खबर है। आखिरकार (अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन) अमृत योजना के तहत बिछाई गई नई मेन सीवरेज लाइन में गलियों की सीवरेज लाइन की कनेक्टिविटी की जाएगी। इसके लिए अब प्रशासन 24.98 लाख रुपये खर्च करेगा। जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन मेन सीवरेज लाइन में कनेक्टिविटी के लिए एस्टीमेट तैयार कर दिया है। जिसे अप्रूवल के लिए अधीक्षक अभियंता को भेज गया है। साथ ही वार्ड-3 की पार्षद शालू दीवान को एस्टीमेट राशि से अवगत भी करवाया गया है। टेंडर की अप्रूवल मिलने के बाद टेक्निकल टीम टेंडर लगाकर कनेक्टिविटी का कार्य सिरे चढ़ाएगी। हालांकि नगर निगम का इसमें पेंच फंस सकता है। अभी निगम की ओर से कनेक्टिविटी की फाइनल लिखित अनुमति लेना बाकी है।
दो विभागों के बीच आपसी सामंजस्य का अभाव
शहर में जनस्वास्थ्य विभाग और नगर निगम प्रशासन के बीच आपसी सामंजस्य के अभाव का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। यदि सीवरेज लाइन बिछाने के दौरान ही इस स्थिति को देखते हुए कार्य किया जाता तो आज नए एस्टीमेट बनाने की जरुरत नहीं होती। पार्षद पति पंकज दीवान ने कहा कि मैं शुरुआत से ही इस बारे में अफसरों को अवगत करवाता रहा लेकिन उन्होंने मेरी एक बात को गंभीरता से नहीं लिया अब जनता परेशान हुई तो अफसरों को अपनी चूक नजर आ गई है। दोनों विभागों के अफसर एक साथ बैठकर कार्य करते तो प्रोजेक्ट ओर बेहतर होता।
अमृत प्रोजेक्ट लगातार हो रहा लेट
पार्षद शालू दीवान ने कहा करीब 5 करोड़ की लागत से नगर निगम प्रशासन ने काका आइस फैक्टरी से पुरानी सब्जीमंडी चौक तक नई सीवरेज लाइन बिछाई है। जो शुरुआत से ही विवादों में रही है। एक तो इसके बिछाने के कार्य के दौरान आसपास की बिल्डिंगों में दरार की शिकायतें आई। अब पुरानी सीवरेज लाइन ठप होने के चलते करीब 8 हजार परिवार परेशान है। इसके अलावा यह प्रोजेक्ट विवादों में भी रहा है पार्षद का आरोप है कि टेंडर में सड़क ठेकेदार को दुरुस्त करनी थी जबकि निगम अफसरों ने मिलीभगत कर सड़क निर्माण के लिए 75 लाख का नया टेंडर लगा दिया। यह भ्रष्टाचार है इस मामले की जांच होनी चाहिए।
यह भी जानें
अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत) योजना के तहत शहर के पुराने एरिया व नई कालोनियों में सीवरेज बिछेगी : 50 किलोमीटर से ज्यादा
- अमृत प्रोजेक्ट में सीवरेज लाइन बिछाने की कुल लागत - 71 करोड़ रुपये
- अमृत योजना के टेंडर की शुरुआत : सितंबर 2018 और डेडलाइन मार्च 2021
- निगम एक्सइएन ने अनुसार अमृत में सीवरेज कार्य हो चुका : 90 फीसद
वार्ड-3 पार्षद शालू दीवान ने बताया कि जनता की समस्या को देखते हुए जब हमने आवाज उठाई तो जनस्वास्थ्य विभाग ने गलियों की सब व ब्रांच लाइन को मैन सीवरेज लाइन में जोड़ने को कनेक्टिविटी के लिए 24.98 लाख रुपये का एस्टीमेट बनाया है। जिसे विभागीय अनुमति के लिए एसई को भेजा गया है।