सब्जियों पर मौसम की मार: बारिश से टमाटर हुए लाल, प्याज भी रूला रहा, जानें क्या हैं दाम
मानसून की झमाझम बारिश का असर अब धरातल पर देखने को मिल रहा है। इसका असर सब्जियों पर पड़ने लगा है। हिसार में टमाटर का भाव 70 रुपये किलो तक पहुंच गया है। आम लोगों को 70 रुपये किलो टमाटर मिल रहे हैं
जागरण संवाददाता, हिसार : प्रदेश में मानसून आ चुका है। मानसून की झमाझम बारिश का असर अब धरातल पर देखने को मिल रहा है। इसका असर सब्जियों पर पड़ने लगा है। हिसार में टमाटर का भाव 70 रुपये किलो तक पहुंच गया है। हालांकि टमाटर का थोक का रेट 60 रुपये किलो है। खास बात यह है कि यही टमाटर मई में 10 रुपये किलो तक बिका मगर अब हिमाचल का टमाटर मंडी में आ रहा है। इतना ही नहीं, प्याज के भाव में भी तेजी देखने को मिल रही है। नासिक में बारिश के कारण कम प्याज हिसार मंडी तक आ रहा है। राजस्थान के अलवर, कोटा और सीकर से प्याज आ रहा है इसके कारण प्याज के भाव में तेजी है। टमाटर और प्याज के भाव में तेजी से गृहणियों का बजट गड़बड़ा गया है। वहीं रेस्टोरेंट और ढाबों से सलाद में टमाटर गायब हो गया है। इसके अलावा अन्य सब्जियों के दाम भी बढ़े हैं और फ्रूट के दाम में भी तेजी आई है। हालांकि कोरोना काल में महंगे होने वाले फ्रूट कुछ सस्ते हुए हैं।
ये हैं सब्जियों के दाम
सब्जियां दाम- प्रति किलो
टमाटर 60 से 70 रुपये
आलू 20 से 30 रुपये
प्याज 35 से 40
भिंडी 50 से 60 रुपये
तोरी 40 से 50
अरबी 30 रुपये
खीरे चाइनीज 50 से 60 रुपये
हाईब्रिड खीरा : 25 से 30 रुपये
घिया 25 से 30 रुपये
हरी मिर्च : 60 से 70 रुपये
नींबू : 50 रुपये किलो
शिमला मिर्च : 60 रुपये किलो
फ्रूट
मौसंबी 40 से 50
किवी 30 से 50 - एक पीस
सेब 200 रुपये
अनार 150 रुपये
केला 50 से 60
आलू बुखारा 80 से 100
चीकू 150 रुपये किलो
कोरोना कम हो से इम्यूनिटी बढ़ाने वाले फलों की डिमांड घटी
सब्जी व फल विक्रेता रामनिवास ने बताया कि कोरोना के समय इम्यूनिटी बढ़ाने वाले फलों की डिमांड बढ़ गई थी। मगर अब कोरोना के केस हम होने से इन फलों की डिमांड भी कम हो गई है। दो महीने पहले जो मौसंबी 100 रुपये किलो तक बिका वह अब 30 रुपये किलो तक है। इसी तरह किवी 100 रुपये पीस के हिसाब से बिकी थी यही किवी अब 30 से 50 रुपये पीस के हिसाब से बिक रही है। वहीं नीबूं जो 10 रुपये पीस या 100 रुपये किलो तक बिकता था वह अब 60 रुपये किलो तक बिक रहा है।