बढ़ने लगा गर्मी का असर, पशुओं को नहलाने के साथ खिलाए हरा चारा व समय पर पिलाएं पानी

गर्मी के मौसम में पशुओं के नहलाने का उचित प्रबंध होना चाहिए। इसी के साथ ज्यादा गर्मी पड़ने पर पशुओं के शरीर पर दिन में ठंडे पानी का छिड़काव करें। पशुओं पर ठंडे पानी का छिड़काव उनके दुग्ध उत्पादन तथा प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 03:57 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 03:57 PM (IST)
बढ़ने लगा गर्मी का असर, पशुओं को नहलाने के साथ खिलाए हरा चारा व समय पर पिलाएं पानी
पशुपालन विभाग के एसडीओ डा. बीएस बांसल ने बताया कि गर्मी के मौसम में पशुओं की उचित देखभाल करें।

सिरसा, जेएनएन। गर्मी का असर मई माह में बढ़ने लगता है। इस मौसम में पशुपालक पशुओं की उचित देखभाल करना जरूरी है। गर्मी के मौसम में पशुओं के नहलाने का उचित प्रबंध होना चाहिए। इसी के साथ ज्यादा गर्मी पड़ने पर पशुओं के शरीर पर दिन में ठंडे पानी का छिड़काव करें। पशुओं पर ठंडे पानी का छिड़काव उनके दुग्ध उत्पादन तथा प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है। पशुओं को पीने का ठंडा पानी उपलब्ध होना चाहिए। इसके लिए पानी की टंकी पर छाया की व्यवस्था करना अति आवश्यक होता है। 

समय पर पशुओं को खिलाए हरा चारा  

पशुपालन विभाग के एसडीओ डा. बीएस बांसल ने बताया कि गर्मी के मौसम में पशुओं की उचित देखभाल करें। पशुओं को गर्मी के मौसम में हरा चारा जरूर खिलाए। पशुओं को सुतंलित आहार में चारे तथा दाने का अनुपात 40 और 60 का रखना चाहिए। वयस्क पशुओं को रोजाना 50 से 60 ग्राम एलेक्ट्राल एनर्जी तथा छोटे बच्चों को 10 से 15 ग्राम एलेक्ट्राल एनर्जी देनी चाहिए। इसी के साथ पशुओं को गर्मी के मौसम में गलघोंटू, खुरपका-मुंह पका, लंगड़ी बुखार जैसी बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण जरूर कराना चाहिए, जिससे वे आगे आने वाले मौसम में इन बीमारियों से बच सके।

---गर्मी का मौसम शुरू हो गया है। इस मौसम में पशुओं की उचित देखभाल करना बहुत जरूरी है। क्योंकि गर्मी के मौसम में पशुओं की पाचन प्रणाली और दुग्ध उत्पादन क्षमता पर उल्टा प्रभाव पड़ता है। इससे पशुओं की उत्पादन तथा प्रजनन क्षमता में भी गिरावट आ जाती है। इसके लिए पशुओं को हरा चारा खिलाने के साथ नहलाने का कार्य करें।

डा. बीएस बांसल, एसडीओ, पशु पालन विभाग, सिरसा

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