कोरोना काल में इम्युनिटी बूस्टर कई फलों के दाम छू रहे आसमान तो किसी के दाम में आई गिरावट

चिकित्सक लोगों को इम्युनिटी बूस्टर फल खाने की सलाह दे रहे है। ताकि लोग अंदरूनी रुप से मजबूत हो और कोरोना से लड़ाई लड़कर आसानी से जीत सकें। लेकिन कई महत्वपूर्ण फलों के दाम इतनी तेजी से बढ़ रहे है कि जो आम-आदमी की पहुंच से ही बाहर हैं।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 10:04 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 10:04 AM (IST)
कोरोना काल में इम्युनिटी बूस्टर कई फलों के दाम छू रहे आसमान तो किसी के दाम में आई गिरावट
कीवी फल का प्रति पीस 70 रुपये पार तो नारियल पानी के रेट में 10 रुपये प्रति पीस आई गिरावट

हिसार, जेएनएन। कोविड-19 में कोरोना संक्रमण और मौतें दोनों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। ऐसे में चिकित्सक लोगों को इम्युनिटी बूस्टर फल खाने की सलाह दे रहे है। ताकि लोग अंदरूनी रुप से मजबूत हो और कोरोना से लड़ाई लड़कर आसानी से जीत सकें। लेकिन कोविड-19 की जंग के चलते कई फलों की दुकानदारी बढ़ रही है। कई महत्वपूर्ण फलों के दाम इतनी तेजी से बढ़ रहे है कि जो आम-आदमी की पहुंच से ही बाहर होते जा रहे है। इनमें कीवी, मौसमी और नारियल पानी शामिल है। वर्तमान में फलों के बढ़े हुए दाम देखे जाए तो इस समय केवल तरबूज ही आम आदमी की पहुंच में नजर आ रहा है। आम भी 50 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक पहुंच चुके है।

जानें कैसे फलों के रेट छू रहे आसमान

एक सप्ताह से कम समय पहले कीवी का रेट 25 से 30 रुपये प्रति पीस था जो आज 15 तक होलसेल में 70 रुपये और रेहड़ी से 80 का रुपये प्रति पीस से अधिक पहुंच गया है। मौसमी के रेट की बात करे तो वह तो उनके रेट भी आसमान छू रहे है। कीवी के रेट बढ़ने का एक मुख्य कारण यह भी है कि हिसार में अधिकांश कीवी ऑस्‍ट्रेलिया और न्यूजीलैंड से यहां तक आती है। कोरोना की दूसरी तेज लहर में ट्रांसपोर्ट सुविधा बेहतर नहीं होने के चलते यह फल डिमांड के अनुसार हिसार मंडी में नहीं पहुंच पा रहा। जिसके कारण इसके दामों में बढ़ोतरी हो रही है। इसके अलावा बात मौसमी की करते तो इसका होलसेल रेट 95 से लेकर 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक हो गया है।

शरीर को तुरंत एनर्जी देने वाले नारियल फल के दाम 10 रुपये प्रति पीस गिरे

कोरोना में नारियल पानी मरीज के लिए बहुत लाभकारी है। हेल्थ विशेषज्ञ कि माने तो नारियल पानी में मौजूद पोषक तत्व हमारे शरीर को तुरंत एनर्जी देते है। यह एनर्जी हमें कई गंभीर बीमारियों से बचाव में मदद करती है। ऐसे में कोरोना के समय में नारियल के रेट लगातार बढ़ते जा रहे थे तीन दिन में यह होलसेल रेट 40 रुपये से 60 रुपये प्रति पीस पहुंच गया था लेकिन 15 मई को इनके रेट में तेजी से गिरावट भी आई। नारियल के होलसेल रेट में 10 रुपये प्रति पीस की कमी आई। आढ़तियों की माने तो आगामी एक सप्ताह में रेट में ओर भी तेज गिरावट आने की संभावना है। कारण है कि केरल व तमिलनाडू क्षेत्र की ओर से हिसार में नारियल पानी की सप्लाई तेज हो रही है।

15 मई को फल व सब्जियों की आढ़ती के होलसेल के ये रहे रेट (रेट आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान सुरेश के अनुसार है)

फल -सब्जियां,    न्यूनतम व अधिकत्तम रेट रुपये में

आलू -  12 से 13 रुपये प्रति किलोग्राम

बैंगन - 12 से 14 रुपये प्रति किलोग्राम

भिंडी - 25 रुपये प्रति किलोग्राम

टिंडा - 28 रुपये प्रति किलोग्राम

टमाटर - 5 रुपये प्रति किलोग्राम

घीया - 10 से 12 रुपये प्रति किलोग्राम

तोरी - 25 से 30 रुपये प्रति किलोग्राम

अरबी - 30 से 35 रुपये प्रति किलोग्राम

मटर - 60 से 70 रुपये प्रति किलोग्राम

शिमला मिर्च - 12 से 15 रुपये प्रति किलोग्राम

करेला - 10 से 12 रुपये प्रति किलोग्राम

पेठा - 10 रुपये प्रति किलोग्राम

पत्ता गोभी - 10 रुपये प्रति किलोग्राम

कटहल - 30 रुपये प्रति किलोग्राम

ग्वार फली - 40 रुपये प्रति किलोग्राम

नींबू - 60 रुपये प्रति किलोग्राम

तरबूज - 10 रुपये प्रति किलोग्राम

पपीता - 50 रुपये प्रति किलोग्राम

खरबूजा - 20 रुपये प्रति किलोग्राम

आम - 50 रुपये प्रति किलोग्राम

सेब - 180 रुपये प्रति किलोग्राम

केला - 40 रुपये प्रति दर्जन

----कीवी और मौसमी के रेट इस समय तेजी से बढ़े हुए है। फलों के रेट देखकर तो लगता है कि आम आदमी की पहुंच में तो अब केवल तरबूज ही रह गया है। आम भी उसकी पहुंच से कुछ हद तक बाहर होता जा रहा है। लेकिन 15 मई को नारियल पानी के रेट में गिरावट आई है। पानी का नारियल 60 रुपये घटकर 50 रुपये प्रति पीस तक पहुंच गया है। हालांकि अधिकांश सब्जियों के रेट फिलहाल आम आदमी की पहुंच में है।

- सुरेश कुमार, प्रधान, नई सब्जीमंडी होलसेल एसोसिएशन हिसार।

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