कोरोना के चलते रोहतक में बंदियों और कैदियों के लिए सिविल अस्पताल में बनाया स्पेशल वार्ड

पिछले कुछ दिनों में जेल में बंदी हवालाती बंदी और कैदी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। अभी तक करीब 15 लोग संक्रमित आ चुके हैं। कुछ को पीजीआइएमएस में भर्ती कराया गया है। जबकि शनिवार को कोरोना संक्रमित मिलने पर तीन बंदियों को रेवाड़ी में भेजा गया।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 09:02 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 09:02 AM (IST)
कोरोना के चलते रोहतक में बंदियों और कैदियों के लिए सिविल अस्पताल में बनाया स्पेशल वार्ड
रोहतक में जेल में भी संक्रमण फैलने लगा है, इसलिए नई व्‍यवस्‍था की गई है

रोहतक, जेएनएन। कोरोना की चपेट में आ रहे जेल में बंद हवालाती बंदी और कैदियों को लेकर पुलिस अधिकारियों ने बड़ा फैसला लिया है। हवालाती बंदी और कैदियों को भर्ती कराने के लिए अब सिविल अस्पताल में स्पेशल वार्ड बनाए गए हैं। इसके लिए सिविल अस्पताल में तीन कमरे निर्धारित किए गए हैं। जहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे और हर समय पुलिसकर्मियों की ड्यूटी रहेगी।

दरअसल, पिछले कुछ दिनों में जेल में बंदी हवालाती बंदी और कैदी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। अभी तक करीब 15 लोग संक्रमित आ चुके हैं। कुछ हवालाती बंदी और कैदियों को पीजीआइएमएस में भर्ती कराया गया है। जबकि शनिवार को कोरोना संक्रमित मिलने पर तीन बंदियों को रेवाड़ी में भेजा गया है। लेकिन अब पुलिस अपने स्तर पर स्पेशल वार्ड बनाने की तैयारी कर रही है। सिविल अस्पताल में तीन कमरे निर्धारित किए गए हैं। अगले दो दिनों में इन कमरों को स्पेशल वार्ड में तब्दील कर दिया जाएगा। जहां पर केवल हवालाती बंदी और कैदियों को ही रखा जाएगा।

फिलहाल वहां की खिड़की और दरवाजों को ठीक किया जा रहा है, जिससे यहां से भागने की कोशिश ना कर सके। प्रयास किया जा रहा है कि बुधवार या वीरवार से स्पेशल वार्ड शुरू कर दिया जाएगा। स्पेशल वार्ड में सिविल अस्पताल का चुनिंदा स्टाफ ही एंट्री करेगा। एंट्री से पहले सभी की तलाशी ली जाएगी। गौरतलब है कि कोरोना के मामले बढ़ने पर पिछले साल भी सिविल अस्पताल में बंदियों और कैदियों के लिए स्पेशल वार्ड बनाया गया था।

---बंदियों और कैदियों को भर्ती कराने के लिए सिविल अस्पताल में तीन कमरे निर्धारित किए गए हैं। जहां पर सुरक्षा के ठोस इंतजाम किए जा रहे हैं। कोरोना संक्रमित मिलने अब बंदियों और कैदियों को किसी अन्य अस्पताल में भर्ती नहीं करना पड़ेगा।

- गोरखपाल राणा, डीएसपी हेडक्वार्टर रोहतक

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