रोहतक में नशे में धुत बाप-बेटों ने पुलिसकर्मियों से की मारपीट, वाहनों में तोड़फोड़
रोहतक में शराब पीकर झगड़ा कर रहे बाप-बेटों को रोकना पुलिस को भारी पड़ गया। आरोपितों ने मिलकर चौकी पर ही पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। साथ ही वहां पर खड़े सरकारी और प्राइवेट वाहनों में भी तोड़फोड़ कर दिया।
रोहतक, जेएनएन। रोहतक शहर के सलारा मुहल्ले में शराब पीकर झगड़ा कर रहे बाप-बेटों को रोकना पुलिस को भारी पड़ गया। आरोपितों ने मिलकर चौकी पर ही पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। साथ ही वहां पर खड़े सरकारी और प्राइवेट वाहनों में भी तोड़फोड़ कर दिया। इसमें कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। आरोपितों के खिलाफ पुलिसकर्मियों से मारपीट, सरकारी कार्य में बाधा डालना समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।
सलारा मुहल्ला पुलिस चौकी में तैनात सिपाही प्रदीप कुमार अपने साथी आशीष कुमार के साथ वीरवार देर रात चौकी के बाहर था। इसी दौरान चौकी के पास बने मकान में सुल्तान और उसके बेटे विकास, शंकर और दीपक शराब के नशे में एक-दूसरे के साथ झगड़ा कर रहे थे। जो झगड़ते हुए पुलिस चौकी के पास आ गए। पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझाकर बीच-बचाव कराने का प्रयास किया। इस पर आरोपितों ने पुलिसकर्मियों के साथ ही गाली-गलौच शुरू कर दी।
आरोपितों ने वहां पर खड़ी राइडर और अन्य बाइकों को भी गिराना शुरू कर दी। मामला ज्यादा बढ़ता देख पुलिसकर्मियों ने थाने में सूचना दी, जिसके बाद अन्य पुलिसकर्मी भी वहां पर आ गए। आरोपितों ने मौका मिलते ही पुलिसकर्मियों पर भी हमला कर दिया। इसमें सिपाही मनोज कुमार, ईएएसआइ अशोक कुमार, हेड कांस्टेबल प्रवीण और आशीष कुमार घायल हो गए। हालांकि बाद में आरोपितों को पकड़ लिया गया और थाने ले जाया गया। आरोपितों ने वहां पर भी पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता की। घायल पुलिसकर्मियों का अस्पताल में उपचार कराया गया। आरोपितों के खिलाफ पुरानी सब्जी मंडी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस पर 10 दिन में दूसरी बार हमला
पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी सिटी थाने की टीम के साथ मारपीट कर दी गई थी। ठगी के एक मामले में पुलिस टीम आरोपित को पकड़ने के लिए गई थी, लेकिन आरोपित वहां से भाग निकला। जिसके बाद उसके भाई को थाने लाने लगे, तभी आरोपित के परिवार और आसपास की महिलाओं ने पुलिस टीम पर ही हमला कर दिया था। पुलिसकर्मियों को वहां से भागकर अपनी जान बचानी पड़ी थी।