ऑक्सीजन और पर्यावरण की समझी अहमियत, सिरसा में पौधों से डा. सुदेश बाग जैसा बना लिया घर
सिरसा में राजकीय महिला कालेज से रिटायर्ड डा. सुदेश खुद के घर में तो भरपूर ऑक्सीजन दे ही रही हैं वहीं अपने आस पड़ोस में भी घर की हरियाली जीवनदायी ऑक्सीजन बांट रही है। सिरसा के गोबिंद नगर निवासी सुदेश का परिवार पौधागिरी की प्राथमिकता देता है।
सिरसा, जेएनएन। पौधे जीवनदायक हैं। ये सब जानते हैं, मगर कोरोना काल में इनकी अहमियत का अहसास सबको हो चला है। ऐसे ही बहुत से प्रकृति प्रेमी हैं जो पर्यावरण को बचाने में जुटे हुए हैं। सिरसा में राजकीय महिला कालेज से रिटायर्ड डा. सुदेश खुद के घर में तो भरपूर ऑक्सीजन दे ही रही हैं वहीं अपने आस पड़ोस में भी घर की हरियाली जीवनदायी ऑक्सीजन बांट रही है। सिरसा के गोबिंद नगर निवासी सुदेश का परिवार पौधागिरी की प्राथमिकता देता है।
पौधों की देखभाल करना दिनचर्या में शामिल
डा. सुदेश ने करीब 20 साल पहले घर पर दस पौधे लगाए। इसके बाद धीरे धीरे पौधों की संख्या बढ़ने लगी। अब घर के आंगन से लेकर छत पर पौधे ही पौधे नजर आते हैं। घर पर ऑक्सीजन देने वाले विभिन्न किस्मों के करीब 150 पौधे लगाए हुए हैं। डा. सुदेश सुबह उठते ही पौधों की देखभाल करती है। पौधों को पानी देना अपनी दिनचर्या में शामिल किया हुआ है। इसी के साथ दूसरों को भी पौधे लगाने के लिए प्रेरित करती है।
घर पर ये लगाए पौधे
डा. सुदेश ने राजकीय नेशनल कालेज में वर्ष 1985 में शारीरिक विभाग की शिक्षक लगी। इसके बाद राजकीय महिला कालेज में नवंबर 2020 में रिटायर्ड हुई। डा. सुदेश अब पौधों के लिए पूरा समय निकाल रही है। उन्होंने घर पर पाम, अशोका, लेडी प्लांट, हैंगिग प्लांटस, मनी प्लांट, गरबेरा डेजी, पाइन प्लांट एलोवरो, टियर्स, शतवार, तुलसी, नींबू, आम, पपीता लगाए हुए हैं। इसी के साथ औषधीय पौधों में ग्रीन तुलसी, वन तुलसी, पत्थरचट, अश्वगंधा, चिरायता, लैवेडर व अन्य किस्मों के पौधे लगाए हुए हैं।
फ्री में मिल रही ऑक्सीजन
डा. सुदेश ने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ पौधे होने बहुत जरूरी है। इसी से ही हमें जीवन रूपी ऑक्सीजन मिलती है। यही सोचकर घर पर पेड़ पौधे लगाए। अब इनकी छांव रात देते हैं वहीं फ्री में ऑक्सीजन भरपूर मिल रही है। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन है तो जीवन है। इसलिए सभी अपने घरों में हरियाली से सराबोर होना चाहिए। जो पेड़ पौधों से घिरा होगा। उस घर में बीमारी फटक नहीं सकती।