परिवार से पहले फर्ज, डाक्टर दंपती लड़ रहा कोरोना से जंग, डेढ़ साल से नहीं ली छुट्टी

फतेहाबाद के चिकित्सक दंपती डा. कल्पना शर्मा व डा. अजय शर्मा सेवा की मिसाल हैं। कोरोना काल में दिन-रात मरीजों की सेवा की। दोनों के दो छोटे बच्चे होते हुए मरीजों के लिए देर रात तक घर से बाहर रहे।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Sat, 14 Aug 2021 11:48 AM (IST) Updated:Sat, 14 Aug 2021 11:48 AM (IST)
परिवार से पहले फर्ज, डाक्टर दंपती लड़ रहा कोरोना से जंग, डेढ़ साल से नहीं ली छुट्टी
फतेहाबाद के डाक्टर दंपती डा. कल्पना शर्मा व डा. अजय शर्मा।

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवा से जुड़े चिकित्सकों व कर्मचारियों ने बेहतरीन कार्य किया। पिछले डेढ़ साल से चल रही महामारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग जुड़े हर कर्मचारी ने एक सैनिक की तरह अपने कर्तव्य का बखूबी से निर्वहन किया। इस दौरान महामारी के दौरान किसी भी प्रकार विचलित न होते हुए आमजन की खूब सेवा की। अपने परिवार की दुख तकलीफ भूलते हुए कोरोना संक्रमितों के घर-घर जाकर किट वितरित की। उनकी देखभाल के लिए लगातार निगरानी की। इस दौरान खूब परेशानी आई लेकिन हालात से हार न मानते हुए कोरोना से एक बार देश को जंग जितवा दी।

ऐसा ही चिकित्सक दंपती डा. कल्पना शर्मा व डा. अजय शर्मा ने दिन रात मरीजों की सेवा की। दोनों के दो छोटे बच्चे होते हुए मरीजों के लिए देर रात तक घर से बाहर रहे। डा. कल्पना शर्मा बड़ोपल सीएचसी में होम्योपैथी चिकित्सक हैं, वहीं डा. अजय शर्मा रतिया में आरबीएसके मेडिकल आफिसर हैं। दोनों की स्वास्थ्य विभाग की तरफ से हर कार्य में ड्यूटी लगाई। चिकित्सक दंपत्ती ने सरकारी आदेशों से बढ़कर कार्य किया। डा. कल्पना शर्मा ने बड़ोपल सीएचसी के अधीन आने वाले 30 से अधिक गांवों में मरीजों की देखभाल के लिए कार्य किया।

दंपती ने निभाई बड़ी जिम्मेदारी

दंपती ने घर पर आइसोलेट मरीजों का दवा पहुंचाने, गंभीर मरीजों को दाखिल करवाने के साथ सैंपलिंग व कोरोना वैक्सीनेशन में भी कार्य किया। इसी तरह डा. अजय शर्मा ने रतिया के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में कार्य किया। गत वर्ष से लेकर अब तक उनकी कोरोना काल में उनकी अनेक कार्यों में ड्यूटी लगी। जिसमें प्रवासी कामगारों को भेजने, टीकाकरण, सैंपलिंग के साथ जागरूकता अभियान को भी चलाया। हर कार्य में उन्होंने दोनों ने आमजन की सेवा की।

संघ से जुड़े हैं दंपती

डा. अजय शर्मा का परिवार राष्ट्रीय स्वयं सेवक से जुड़े हुआ है। ऐसे में देश के लिए सेवा भावना उनमें कूट-कूट कर भरी हुई है। कोरोना काल में चिकित्सक होने के नाते उनका कर्तव्य भी बन गया था। जिसका दोनों ने बेखुबी से निभाया। इस दौरान कई बार परेशानी आई, लेकिन हार नहीं मानी। इसको लेकर प्रशासन ने भी उन्हें सम्मानित किया।

संघ से मिली सीख आई काम : डा. अजय

मेडिकल आफिसर आरबीएसके डा. अजय शर्मा ने कहा कि वह बचपन से संघ से जुड़ा हुआ हूं। संघ से जुड़कर जो सामाजिक सोच विकसित हुई वो कोरोना काल में बड़ी काम आई। इस दौरान आमजन की सेवा के लिए उन्होंने अपना शत फीसद दिया। आमजन को बीमारी में परेशानी न आए इसके लिए देर रात तक कार्य किया।

कोरोना काल में परिवार का खूब सहयोग मिला : डा. कल्पना

सीएचसी बड़ोपल में होम्योपैथी चिकित्सक डा. कल्पना शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में परिवार का खूब सहयोग मिला। छोटे बच्चे होने के बाद बिना छुट्टी लिए कार्य इसलिए कर पाई की परिवार ने खूब मदद की। महामारी के दौरान पीपी कीट पहनकर लगातार संक्रमित मरीजों के घर व आइसोलेशन वार्ड में जाकर कार्य किया।

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