घबराइए मत, कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आए और लक्षण वाले मरीजों से नहीं जी जाएगी टेस्‍ट फीस

सरकार ने कोविड जांच के लिए 1600 रुपये फीस तय की है। नौकरी संबंधी काम ड्यूटी ज्वाइन समेत निजी कारणों से कोविड जांच कराने पर ही फीस देनी होगी। कोविड जांच की फीस तय करने के बाद जांच कराने से लोग बच रहे हैं

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 05:03 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 05:03 PM (IST)
घबराइए मत, कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आए और लक्षण वाले मरीजों से नहीं जी जाएगी टेस्‍ट फीस
कोरोना वायरस टेस्‍ट करवाने पर सरकार ने फीस निर्धारित की है, मगर यह सबके लिए नहीं है।

रोहतक [पुनीत शर्मा] कोविड के बढ़ते संक्रमण के बीच सरकार ने जांच के लिए कीमत वसूलनी शुरू की तो लोगों को लगा कि अब उनकी फ्री में जांच नहीं होगी। इससे जांच कराने वाले लोगों की संख्या में कुछ कमी भी आई। हालांकि सरकार ने जो नियम बनाया है, उसके मुताबिक केवल नॉन मेडिकल ग्राउंड के लोगों से ही जांच के लिए फीस वसूली जाएगी। यदि कोई व्यक्ति संक्रमित मरीज के संपर्क में आया है या उसे कोई बीमारी है तो ऐसी स्थिति में वह फ्री में टेस्ट करा सकता है।

करीब दस दिन पहले सरकार ने कोविड जांच कराने के लिए सरकारी अस्पतालों में भी फीस तय कर दी थी। योजना के तहत 1600 रुपये प्रति मरीज आरटीपीसीआर (रीयल टाइम पॉलीमरेज चेन रिएक्शन) और 650 रुपये एंटीजन जांच के लिए तय किए थे। इसके बाद जनता के बीच मैसेज गया कि अब केवल ङ्क्षसप्टोमेटिक (लक्षण वाले) मरीजों की ही फ्री में जांच की जाएगी। इसका असर यह हुआ कि अस्पतालों में कोविड जांच कराने के लिए आने वाले लोगों की संख्या कम होने लगी।

अस्पताल के रिकॉर्ड के मुताबिक प्रतिदिन करीब 50 ऐसे लोग अस्पताल से लौटने लगे जो कोविड जांच कराने के लिए पहुंचे थे, लेकिन भ्रम में पड़ गए कि अब जांच के लिए रुपये देने होंगे। हालांकि जब सरकार की योजना और गाइडलाइन के बारे में अधिकारियों से बात की गई तो स्थिति स्पष्ट हुई। उन्होंने बताया कि केवल नॉन मेडिकल ग्राउंड के लिए टेस्ट कराने वाले लोगों से ही जांच के लिए रुपये लिए जाएंगे।

इन कारणों से जांच कराने पर देनी होगी फीस

सिविल अस्पताल के एसएमओ डा. रमेश चंद्र के मुताबिक जब किसी व्यक्ति को नॉन मेडिकल रीजन जैसे घूमने जाना, एडमिशन, नई नौकरी ज्वाइन करने या अन्य निजी कारणों से टेस्ट कराना है तो इसके लिए फीस देनी होगी। जबकि कोविड संक्रमित मरीज के संपर्क में आने, ङ्क्षसप्टोमेटिक मरीज को दोबारा जांच कराने, बुखार या अन्य किसी प्रकार की परेशानी होने की स्थिति में जांच के लिए फीस नहीं देनी होगी।

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सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक नॉन मेडिकल ग्राउंड के लिए ही फीस लेने का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा अन्य परिस्थितियों में अभी भी जांच फ्री की जा रही है। यदि इसके लिए कोई रुपये मांगता है तो संबंधित अस्पताल के अधिकारियों से संपर्क कर अपनी जांच फ्री करा सकते हैं।

--- डा. अनिल बिरला, सिविल सर्जन

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