Hisar News: बारिश से जलजमाव की रियलटी जानने पहुंची डीसी, छह स्थानों पर हाल दिखा बेहाल
हिसार में बारिश के कारण होने वाली जलजमाव की स्थिति लोगों का काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जिसके चलते बुधवार को तेज बारिश के बीच जिला उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी ने अचानक से शहर में निरीक्षण करने का मन बना लिया।
हिसार, जागरण संवाददाता। हिसार में बारिश के कारण जलजमाव की स्थिति लोगों ही नहीं बल्कि प्रशासन के लिए भी सिरदर्द बन गई है। बुधवार को तेज बारिश के बीच जिला उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी को भी इस समस्या से दो चार होना पड़ा। वह गईं तो थी सिविल अस्पताल का निरीक्षण करने मगर अचानक से उन्होंने शहर में निरीक्षण करने का मन बना लिया। ऐसे वह शहर के ऐसे इलाकों में निरीक्षण करने वह गई जहां पर अत्यधिक जलजमाव होता है। ऐसे में दो घंटे तक विभिन्न क्षेत्रों में निरीक्षण में डीसी ने छह स्थान चिन्हित किए हैं जहां अक्सर जलजमाव की भारी किल्लत का सामना करना पड़ता है। जिसमें मिल गेट, पटेल नगर, महाबीर कालोनी आदि क्षेत्र शामिल हैं। जलजमाव इतना अत्यधिक था कि लोगों को तैरकर निकलना पड़ रहा था।
निरीक्षण में सबसे बड़ी कमी क्या दिखी
डीसी डा. प्रियंका साेनी ने बताया कि उनके निरीक्षण में सबसे बड़ी कमियां रेन वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर दिखाई दी है। कई स्थानों पर, बाजारों और मुख्य सड़कों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग की जरूरत है। ऐसे में सड़कों के लिए लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया गया है वह रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए सड़कों पर सिस्टम तैयार करेंगे। शहर में जलजमाव की स्थिति न होने देने की जिम्मेदारी पब्लिक हेल्थ विभाग की है। ऐसे में इन्हें अपनी मोटर की क्षमता बढ़ाने, दिल्ली रोड पर जल भराव का समाधान करने और रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लागू करने के निर्देश दिए हैं। पब्लिक हेल्थ विभाग अपनी टीम भी तैयार करेगा जो जलजमाव की स्थिति में फील्ड पर उतरकर पानी की निकासी कराएगी।
सिविल अस्पताल में भी मोटर की क्षमता बढ़ाने के दिए निर्देश
डीसी जिस समय सिविल अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंची तो वहां पर कैंपस में पानी भरा हुआ था। हालांकि डीसी सिविल अस्पताल में एक कार्यक्रम में शामिल होने गईं थी। मगर इस दौरान ही उन्होंने जल निकासी की समस्या पर स्थिति जानी। इसमें पता चला कि मोटर की क्षमता कम है इस कारण जलनिकासी नहीं हो पा रही है। उन्होंने जलनिकासी के लिए मोटर की क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही वह डिस्पोजल सेंटर पर भी स्थिति देखने गईं।