Dengue case: फतेहाबाद जिले में सरकारी स्कूल में मिला डेंगू का लारवा, सिविल सर्जन ने पानी पीने से किया मना

कोरोना संक्रमण से परेशान नहीं बल्कि बढ़ते डेंगू के मरीजों के कारण है। हालांकि सोमवार को नया केस नहीं मिला है। लेकिन जिला डेंगू के मामले में हाटस्पाट बनता जा रहा है। इसी कारण सोमवार को सिविल सर्जन डा. वीरेश भूषण ने कमान अपने हाथों में ली है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 03:59 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 03:59 PM (IST)
Dengue case: फतेहाबाद जिले में सरकारी स्कूल में मिला डेंगू का लारवा, सिविल सर्जन ने पानी पीने से किया मना
फतेहाबाद जिले में डेंगू के मरीज मिलने के बाद सिविल सर्जन ने खुद संभाली कमान

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : जिलावासी इस समय कोरोना संक्रमण से परेशान नहीं बल्कि बढ़ते डेंगू के मरीजों के कारण है। हालांकि सोमवार को नया केस नहीं मिला है। लेकिन जिला डेंगू के मामले में हाटस्पाट बनता जा रहा है। इसी कारण सोमवार को सिविल सर्जन डा. वीरेश भूषण ने कमान अपने हाथों में ली और शहर की हाटस्पाट कालोनियों में सर्वे किया। इस दौरान उनके साथ डिप्टी सिविल सर्जन डा. हनुमान सिंह, जिला महामारी अधिकारी डा. विष्णु मित्तल सहित 20 से अधिक हेल्थ वर्कर मौजूद थे। सुबह 9 बजे शुरू हुआ सर्वे 12 बजे तक चलता रहा। सिविल सर्जन खुद पैदल ही डोर-टू-डोर सर्वे किया और जहां डेंगू का लारवा मिला उन्हें नोटिस भी जारी कर दिया गया।

जिले में तीन साल बाद डेंगू के मरीजों का ग्राफ बढ़ा है। जिससे स्वास्थ्य विभाग भी परेशान है। डेंगू संक्रमण रूकने का नाम नहीं ले रहा था। यहीं कारण था कि सोमवार को सिविल सर्जन के नेतृत्व में करीब 20 से अधिक हेल्थ वर्करों की टीम फील्ड में उतरी और एक-एक घर का गहनता से निरीक्षण किया। यह अभियान आगामी 10 दिनों तक जारी रहेगा।

राजकीय संस्कृति माडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में मिला डेंगू का लारवा

फतेहाबाद शहर का एक मात्र राजकीय संस्कृतिक माडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में भी कई जगह डेंगू का लारवा मिला। जिससे सिविल सर्जन उखड़ गए। इस स्कूल में करीब 800 से अधिक विद्यार्थी शिक्षा गहन करने के लिए आते है। पानी की टंकी में लारवा में मिट्टी मिलने के बाद पानी के सैंपल की जांच के लिए भेजा गया। वहीं गमलों के अंदर डेंगू का लारवा मिला। जिससे सिविल सर्जन डा. वीरेश भूषण ने खुद स्कूल के प्राचार्य हरविंद्र को नोटिस जारी कर दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि दो दिन बाद हेल्थ की टीम वापस आएगी और सर्वे करेगी। अगर फिर डेंगू का लारवा मिला तो तीन हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। इस दौरान सिविल सर्जन ने पानी पीने से भी मना कर दिया। उनका कहना था कि यहां के पानी में डेंगू का लारवा मिला है ऐसे में वो बीमार हो सकते है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्कूल प्रबंधक की लापरवाही के कारण कितने ही बच्चे बीमार हो सकते है। यह केवल एक स्कूल का निरीक्षण था। ऐसे में सभी सरकारी स्कूलों में यही हालत है।

इन कालोनियों से आ रहे लगातार केस

फतेहाबाद शहर में सबसे अधिक केस आए है। जिले में डेंगू के 60 केस मिले है। इनमें से 30 केस फतेहाबाद शहर से है। सबसे अधिक अग्रवाल कालोनी, भीमा बस्ती, कबीर बस्ती, शिव नगर, लंग मुहल्ला व धर्मशाला रोड पर सबसे अधिक मरीज आए है। यहां पर हर दिन एक से दो मरीज आ रहे है। यहीं कारण है कि सिविल सर्जन ने गहनता से खुद निरीक्षण किया। अब यहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार 10 दिनों तक निरीक्षण करने के साथ ही लोगों को जागरूक करेगी।

पिछले छह सालों में डेंगू व मलेरिया के ये मिले थे मरीज

वर्ष डेंगू मरीज मलेरिया मरीज

2015 189 992

2016 38 368

2017 419 107

2018 56 02

2019 29 05

2020 35 04

2021 60 02 अब तक

नोट: चिकनगुनिया के अब तक 5 मरीज मिल चुके है।

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शहर में लगातार डेंगू के केस मिल रहे थे। शहर की कुछ कालोनियां है जहां हर दिन केस आ रहे थे, उनका पता लेने के लिए अभियान चलाया गया। उन्हें खुद डेंगू का लारवा कूलर व गमलों में देखा है। अनेक लोगों को नोटिस भी जारी किया गया है। स्वास्थ्य विभाग का यह अभियान जारी रहेगा। स्कूल में डेंगू का लारवा मिला है। ऐसे में डेंगू का मच्छर दिन में काटता है। ऐसे में तो बच्चे बीमार हो सकते है। स्कूल प्राचार्य को नोटिस जारी कर दिया गया है।

डा. वीरेश भूषण, सिविल सर्जन फतेहाबाद।

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