dengue case: रोहतक में सरकारी की बजाए निजी अस्पतालों का रुख कर रहे डेंगू ग्रस्‍त मरीज

डेंगू होने पर लोग घबरा कर निजी अस्पतालों का रुख कर रहे हैं। प्लेटलेटस कम होने पर अस्पतालों की ओर से मोटा बिल बनाया जाता है जिससे मरीजों की जेब कट रही है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से रेट लिस्ट जारी की गई है

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 07:47 AM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 07:47 AM (IST)
dengue case: रोहतक में सरकारी की बजाए निजी अस्पतालों का रुख कर रहे डेंगू ग्रस्‍त मरीज
रोहतक जिले में कुल 56 डेंगू मरीज, सामान्य अस्पताल में नहीं कोई भर्ती

जागरण संवाददाता, रोहतक : डेंगू ने भी अब जिले में पैर पसारने शुरु कर दिए हैं। जिले में अब तक 56 डेंगू मरीज हो गए हैं। बृहस्पतिवार को भी छह नए केस सामने आए हैं। खास बात यह है कि जिले में इतने मरीज होने के बावजूद भी सामान्य अस्पताल में एक भी मरीज भर्ती नहीं है। डेंगू होने पर लोग घबरा कर निजी अस्पतालों का रुख कर रहे हैं। प्लेटलेटस कम होने पर अस्पतालों की ओर से मोटा बिल बनाया जाता है, जिससे मरीजों की जेब कट रही है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से रेट लिस्ट जारी की गई है लेकिन जागरुकता के अभाव में लोग मनमाने पैसे दे रहे हैं।

शहर की दो कालोनी हाइ रिस्क जोन घोषित

स्वास्थ्य विभाग की ओर से श्हर की दो कालोनियों को हाई रिस्क जोन घोषित किया गया है। नेहरू कालोनी व प्रेम नगर में दस से अधिक केस आ चुके हैं। जिसकी वजह से यहां पर हर रोज एंटी लारवा एक्टिविटी करवाई जा रही है। लोगों की लापरवाही का आलम यह है कि यहां के 70 घरों में बृहस्पतिवार को भी लारवा पाया गया है।

पिछले साल थे केवल 44 केस

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 15 अक्टूबर तक साल 2020 में केवल 44 डेंगू केस आए थे। जबकि इस बार अब तक जिले में 56 डेंगू के केस दर्ज किए गए हैं। वहीं अभी तक 4393 नोटिस जारी किए गए हैं जो पिछले साल 3492 थे।

रामलीला में भी कर रहे जागरूक

डेंगू व मलेरिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग संजीदगी दिखा रहा है। शहर की रामलीला के दौरान भी विशेष काउंटर लगाकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है। यहां पर लोगों से अपील की जा रही है कि अगर उनके क्षेत्र में भी टीम ने निरीक्षण नहीं किया है तो वे यहां पर जानकारी दर्ज करवा सकते हैं। जानकारी दर्ज करवाने के दो दिन में टीम वहां का निरीक्षण करेगी।

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