Dengue Alert: बहादुरगढ़ में फैलता जा रहा डेंगू, छह नए केस मिले, कुल मरीजों की संख्या 40 पंहुची
डेंगू के छह दिन के अंदर ही 30 नए केस आ गए। इनमें से अधिकतर केस बहादुरगढ़ के हैं। बुधवार को जिले में छह नए केस मिले। ये सभी बहादुरगढ़ के हैं। एक दिन पहले मिले सात मामलाें में से भी पांच बहादुरगढ़ के थे।
बहादुरगढ़, जागरण संवाददाता। बहादुरगढ़ में डेंगू का खतरा अब फैलता ही जा रहा है। रोजाना केस बढ़ने लगे हैं। बुधवार को बहादुरगढ़ में छह नए केस आए। इसके साथ ही जिले में डेंगू के मरीजों की कुल संख्या 40 पर पहुंच गई है। इस महीने की शुरूआत से ही डेंगू फैल रहा है। ऐसे में सावधानी बरतनी होगी। दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग ने भी गतिविधियां तेज कर दी हैं। ताकि डेंगू काे फैलने से रोका जा सके। दरअसल, इस बार रिकार्ड तोड़ बारिश हुई है। इसके कारण जगह-जगह बरसाती पानी जमा है। सेक्टरों में समस्या ज्यादा है। इसे कारण अब मच्छर भी खूब पनप रहे हैं, जो डेंगू फैला रहे हैं। चूंकि अभी तापमान में ज्यादा कमी नहीं हुई है, इसलिए अक्टूबर के बाद नवंबर में भी डेंगू का खतरा बना रहेगा।
एकाएक बढ़ने लगे हैं केस
7 अक्टूबर तक जिले में डेंगू के कुल 10 केस थे। मगर उसके बाद छह दिन के अंदर ही 30 नए केस आ गए। इनमें से अधिकतर केस बहादुरगढ़ के हैं। बुधवार को जिले में छह नए केस मिले। ये सभी बहादुरगढ़ के हैं। एक दिन पहले मिले सात मामलाें में से भी पांच बहादुरगढ़ के थे। ताजा मामलों में किला मुहल्ला से एक, सेक्टर-छह से दो, पटेल नगर से एक, परनाला से एक, नेताजी नगर से एक केस मिला।
पाश इलाकों में है ज्यादा खतरा
इस बार अधिक बरसात के कारण शहर के अधिकतर सेक्टरों और अपार्टमेंट में डेंगू का खतरा ज्यादा है, क्योंकि वहां पर खाली प्लाटों में ज्यादा बरसाती पानी जमा है। ऐसे में घरों के अंदर भले ही मच्छर न पनप पाएं, लेकिन बाहर मच्छरों पनपने लिए माहौल अनुकूल बना हुआ है। डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर वार्डों में फोगिंग की दरकार बढ़ रही है। बुधवार को वार्ड 14 में फोगिंग की गई। उधरर, स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू को और फैलने से रोकने के लिए लोगों को हिदायत दी जा रही है कि वे नवंबर के अंत तक मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाएं। अपने आसपास पानी एकत्रित न होने दें।
झज्जर के डिप्टी सर्जन एंव नोडल अधिकारी डा. सरिता गौरी के अनुसार
अभी तक जिले में डेंगू के कुल 40 केस आ चुके हैं। इनमें से छह बुधवार को ही मिले हैं। अस्पताल में दाखिल सभी मरीजों की निगरानी की जा रही है। बचाव के जो भी उपाय है, वे अपनाएं जा रहे हैं। विभाग की गतिविधियां निरंतर जारी है।