वन्यजीवों के संरक्षण के लिए ट्रीटमेंट सेंटर स्थापित करने की मांग

जागरण संवाददाता हिसार श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री अनूप धानक से अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोइ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 11:51 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 11:51 PM (IST)
वन्यजीवों के संरक्षण के लिए ट्रीटमेंट सेंटर स्थापित करने की मांग
वन्यजीवों के संरक्षण के लिए ट्रीटमेंट सेंटर स्थापित करने की मांग

जागरण संवाददाता, हिसार : श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री अनूप धानक से अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा की हरियाणा शाखा के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश प्रवक्ता पृथ्वी सिंह बैनीवाल के नेतृत्व में मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने जिले में वन्यजीवों के संरक्षण के लिए वन्यजीवों के संरक्षण के लिए ट्रीटमेंट सेंटर स्थापित करने के लिए ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई है कि कुछ वर्षों से कुत्तों की संख्या बढ़ने से वन्यजीवों की मौत का आंकड़ा बढ़ने के साथ साथ पालतू पशुओं व इंसानों में रैबिज के लाखों मामले सामने आए हैं, इसलिए प्रदेश के हर जिले में एसपीसीए के अधीन एक स्थाई नियमित बधियाकरण केंद्र व कुत्तों के एंटी रैबिज वैक्सीनेशन केंद्र बनाना चाहिए। साथ ही गांवों में वन्यजीवों के लिए ट्रीटमेंट सेंटर बनाया जाना चाहिए। गौरतलब है कि जीव रक्षा बिश्नोई सभा के प्रदेशाध्यक्ष विनोद कड़वासरा द्वारा जनसूचना अधिकार के तहत ली गई सुचना में सामने आया था कि राजस्थान की सीमा के साथ लगे चार जिलों हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, भिवानी में जनवरी 2016 से लेकर दिसम्बर 2020 तक कुल 2105 दुर्लभ वन्यजीव जिसमें काला हिरण, चिकारा इत्यादि कुत्तों का शिकार हुए हैं। पशुपालन विभाग से प्राप्त सूचना अनुसार इन चार जिलों में लगभग 1600 पशु रैबिज का शिकार हुए है। साथ ही सबसे चौंकाने वाला आकंड़ा यह है कि वर्ष 2012 से 2020 तक इन चार जिलों में 270965 (लगभग 2 लाख 70 हजार) इंसानों को भी कुत्तों ने काटा है जिन्हें विभाग द्वारा रैबिज के टीके लगाए गए हैं। बावजूद इसके समस्या से निपटने के पुख्ता प्रबंध नजर नहीं आते।

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