मायके के दखल से टूट रहे बेटियों के घर, किस्‍से पढ़ जानें कहीं आप तो नहीं कर रहे ये गलती

मायके वालों की दखलअंदाजी पतियों को रास नहीं आ रही है। यही कारण है कि मायके के दखल की वजह से कई केसों में पति-पत्नी के बीच न केवल मतभेद पैदा हो गए बल्कि तलाक की भी नौबत तक आ गई।

By manoj kumarEdited By: Publish:Tue, 13 Aug 2019 04:55 PM (IST) Updated:Wed, 14 Aug 2019 11:08 AM (IST)
मायके के दखल से टूट रहे बेटियों के घर, किस्‍से पढ़ जानें कहीं आप तो नहीं कर रहे ये गलती
मायके के दखल से टूट रहे बेटियों के घर, किस्‍से पढ़ जानें कहीं आप तो नहीं कर रहे ये गलती

रोहतक [विनीत तोमर] बेटियों के गृहस्थ जीवन में मायके का अत्यधिक दखल उनके घरों में दरार डाल रहा है। हर छोटी-छोटी बातों को लेकर मायके वालों की दखलअंदाजी पतियों और उनके परिवार को रास नहीं आ रही है। यही कारण है कि मायके के दखल की वजह से कई केसों में पति-पत्नी के बीच न केवल मतभेद पैदा हो गए, बल्कि तलाक की भी नौबत आ चुकी है। पिछले तीन माह में महिला थाने और सीएलजी (कम्यूनिटी लाइजिंग ग्रुप) के पास कई ऐसे केस आए, जिसमें पति-पत्नी के बीच होने वाले विवाद की असल वजह यही रही। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही केसों के बारे में।

केस : 1

माता दरवाजा के रहने वाले सतीश कुमार ने कुछ दिन पहले थाने में शिकायत देते हुए बताया कि पत्नी के साथ अक्सर किसी न किसी बात को लेकर झगड़ा रहता है। वह अपनी पत्नी से अलग होना चाहता है। जब पुलिस ने विवाद की वजह जानी तो मामला दूसरा निकला। सतीश का कहना है कि उसकी पत्नी घर की छोटी-छोटी बात अपने मायके में बताती है। घर की आर्थिक स्थिति क्या है, क्या नया सामान लाए, क्या खाना खाया, किससे बात की, किससे झगड़ा हुआ आदि हर बात मायके वालों को बताती है। मायके वालों की वजह से उसका गृहस्थ जीवन बर्बाद हो रहा है। अब आखिर में थक हार कर पत्नी से अलग होने का फैसला लिया है।

केस : 2

रामगोपाल कालोनी निवासी महिला ने कुछ माह पहले पुलिस में शिकायत दी। महिला का कहना था कि उसका पति हर समय झगड़ा और मारपीट करता है। वह बार-बार तलाक की धमकी देता है। पुलिस ने महिला के पति को बुलाया। पति ने जो तर्क दिया उससे पुलिस भी हैरान हो गई। पति का कहना है कि उसकी पत्नी हर समय फोन पर अपनी मां और बहन से बातें करती रहती है। उसे समय पर खाना भी नहीं देती, जब भी वह पत्नी से गृहस्थ जीवन को लेकर बात करता है तो उसकी पत्नी बात-बात पर अपने मायके पक्ष का उदाहरण देती है। मायके पक्ष भी बिना सोचे-समझे हर बात पर उनके गृहस्थ जीवन में दखल देते हैं, जिससे वह परेशान हो चुका है। इसीलिए तलाक चाहिए। हालांकि पुलिस ने उनकी काउंसलिंग की, जिससे घर बिगडऩे से बच गया।

केस : 3

शिवाजी कालोनी के रहने वाले सुशील और उसकी पत्नी ने भी एक-दूसरे के खिलाफ थाने में शिकायत की। इस मामले में भी पति की यही शिकायत है कि पत्नी हर बात अपने मायके में बताती है और मायके वाले भी बिना सोचे-समझे उनके घर में हर बात पर दखलअंदाजी करते हैं। जिस वजह से उनके बीच विवाद रहता है। जबकि उसकी पत्नी सुमन ने आरोप लगाया था कि पति मारपीट करता है। पुलिस ने इस मामले में मायके पक्ष को बुलाकर उन्हें समझाया, तब जाकर पति-पत्नी की गृहस्थ जिंदगी अच्छे से चल रही है।

मनोवैज्ञानिक बोले- अत्यधिक हस्तक्षेप कभी न करें

प्रो. प्रोमिला बतरा मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता एमडीयू आजकल बेटियां हर बात अपने मायके में शेयर करती है, जो कई बार उनके पति को अच्छी नहीं लगती। ऐसे में मायके का दखल निष्पक्ष तरीके से होना चाहिए। बेटी और दामाद दोनों की बात सुनें तभी कोई फैसला करें। अत्यधिक हस्तक्षेप कभी न करें। बेटियों को भी समझना चाहिए कि अपने गृहस्थ जीवन की हर छोटी बात मायके में शेयर न करें, इससे पति-पत्नी के बीच विवाद होगा। वहीं पतियों को भी थोड़ा तालमेल बैठाकर चलना चाहिए। तीनों तरफ से सोच-समझकर आगे बढ़ा जाए तभी गृहस्थी अच्छे तरीक से चलेगी।

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