झज्‍जर में साइबर अपराधों में हो रही बढ़ोतरी, इस साल चार गुना तक बढ़े मामले

झज्‍जर में साइबर अपराध के मामले दर्ज हुए हैं। कोरोना काल के दौरान साइबर अपराधियों ने अधिक घटनाओं को अंजाम दिया है। पिछले साल की बात करें तो 1 जनवरी 2020 से 26 अगस्त 2020 तक कुल तीन मामले साइबर ठगी के दर्ज हुए थे। इस साल 12 दर्ज हुए

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 27 Aug 2021 05:24 PM (IST) Updated:Fri, 27 Aug 2021 05:24 PM (IST)
झज्‍जर में साइबर अपराधों में हो रही बढ़ोतरी, इस साल चार गुना तक बढ़े मामले
झज्‍जर में इस साल दर्ज साइबर अपराध के 12 मामलों में से 9 मामले सुलझाए

जागरण संवाददाता,झज्जर : साइबर अपराधों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बदलते समय के साथ साइबर अपराधी सक्रिय होते जा रहे हैं। पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार चार गुना अधिक साइबर अपराध के मामले दर्ज हुए हैं। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि कोरोना काल के दौरान साइबर अपराधियों ने अधिक घटनाओं को अंजाम दिया है। पिछले साल की बात करें तो 1 जनवरी 2020 से 26 अगस्त 2020 तक कुल तीन मामले साइबर ठगी के दर्ज हुए थे। जिनमें से पुलिस ने दो मामले सुलझाए हैं और एक मामला अभी बिना सुलझा चल रहा है। वहीं 1 जनवरी 2021 से 26 अगस्त 2021 तक जिले में साइबर अपराध के कुल 12 मामले दर्ज हुए हैं।

इनमें से 9 मामलों को सुलझाया जा चुका है और 3 मामले सुलझाना अभी भी बाकी है। साइबर अपराध के वे मामले हैं जिनकी एफआइआर दर्ज हुई है। इसके अलावा भी कई मामले तो पुलिस एफआइआर तक पहुंच भी नहीं पाते। वहीं ठगी की बात करें तो 1 जनवरी 2020 से 26 अगस्त 2020 तक कुल 63 मामले दर्ज हुए थे, इनमें से 36 मामले सुलझे हैं। 1 जनवरी 2021 से 26 अगस्त 2021 तक ठगी के कुल 57 मामले दर्ज हुए, इनमें से केवल 33 मामले सुलझाने में पुलिस कामयाब रही है।

25 लाख की लाटरी का झांसा देकर ठगे 12.22 लाख

25 लाख रुपये की लाटरी का झांसा देकर 12 लाख 22 हजार रुपये ठगी की गई। बेरी के हिन्दयान पाना निवासी अनिल कुमार ने पुलिस को दी शिकायत ने बताया था कि वह कपड़े की दुकान में नौकरी करता है। उसके पास 21 अगस्त 2020 को वाट्सअप पर एक फोटो मैसेज आया। जिसमें लिखा था कि आप 25 लाख रुपये जीत गए हैं। इसके बाद आडियो के माध्यम से उन्होंने लाटरी के 25 लाख रुपये जीते होने के बाद उन्होंने बैंक खाते की जानकारी मांगी। तो अनिल ने अपने बैंक खाते की जानकारी उन्हें दे दी।

इसके बाद उन्होंने वाट्सअप काल करके 20 हजार रुपये मांगे और कहा कि इसके बाद लाटरी के रुपये खाते में डाले जाएंगे। इसके बाद 20 हजार रुपये उनके खाते में डाल दिए। इसके बाद बार-बार झांसा देकर उससे रुपये ऐंठते रहे। यह सिलसिला 16 सितंबर तक जारी रहा। इस दौरान उन्होंने करीब 31 किस्तों में 12 लाख 22 हजार रुपये अपने बैंक खाते में डलवाए।

पूर्व बीएसएफ जवान को इनाम का झांसा देकर ठगे 20 लाख रुपये

गांव मुनीमपुर निवासी पूर्व बीएसएफ के जवान को इनाम का झांसा देखकर 20 लाख रुपये ठगे। गांव मुनीमपुर निवासी बीएसएफ से सेवानिवृत्त नत्थूराम ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 24 दिसंबर 2020 को उसके फोन पर एक फोन आया। सामने वाले ने कहा कि वह एक प्राइवेट कंपनी से है। उनकी कंपनी 10 साल के दौरान इनाम देती है। पहला इनाम टाटा सफारी गाड़ी, दूसरा इनाम डिजायर कार, तीसरा इनाम बुलेट मोटरसाइकिल, चौथा मोबाइल फोन व पांचवां लैपटाप इनाम बताए। जिस पर नत्थूराम उसकी बातों में आ गया और नाम-पता आदि जानकारी दे दी। साथ ही सामने वाले ने कहा कि घर के पते पर 15 दिन में कंपनी योजना व इनाम की जानकारी भेजेगी।

15 जनवरी के आसपास डाक से इनाम के नियम व शर्तें लिखा एक पत्र आया। इसके बाद एक फोन आया और सामने वाले ने कहा कि कार्ड को स्क्रेच करो। स्क्रेच करने पर निकले कोड को पूछकर कहा कि आप टाटा सफारी गाड़ी इनाम में जीत गए हो। उन्होंने कहा कि टाटा सफारी गाड़ी के बदले 14 लाख 80 हजार रुपये नकद भी ले सकते हैं। इस पर नत्थूराम ने नकद रुपये लेने के लिए कहा। आरोपितों ने पहले 8800 रुपये टैक्स के नाम पर जमा करवाए। इसके बाद आरोपितों ने करीब 28 बार जीएसटी व टैक्स के नाम पर अलग-अलग खातों में करीब 20 लाख रुपये डलवाए।

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