गाड़ी चालक के आधार कार्ड की फोटोकापी इस्तेमाल कर ट्राला खरीदा, केस दर्ज

चंद्रलोक कालोनी निवासी दयावंती ने चार लोगों पर मारपीट करने जान से मारने की धमकी देने और जातिसूचक शब्द कहने का आरोप लगाया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 09:50 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 09:50 PM (IST)
गाड़ी चालक के आधार कार्ड की फोटोकापी इस्तेमाल कर ट्राला खरीदा, केस दर्ज
गाड़ी चालक के आधार कार्ड की फोटोकापी इस्तेमाल कर ट्राला खरीदा, केस दर्ज

जागरण संवादाता, हिसार : चंद्रलोक कालोनी निवासी दयावंती ने चार लोगों पर मारपीट करने, जान से मारने की धमकी देने और जातिसूचक शब्द कहने का आरोप लगाया है। मामले में पीड़िता ने सिटी थाना पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस को दी शिकायत में उसने बताया कि उसका बेटा निशांत गाड़ी चालक है। उसने बताया कि वर्ष 2019 में निशांत ने आजाद नगर निवासी मंजीत के पास गाड़ी चालक का काम किया था। उस दौरान मंजीत और भिवानी निवासी कृष्ण उसके बेटे को साथ लेकर 23 सितंबर 2019 को सीकर गए थे। उस दिन मंजीत और कृष्ण ने उसके बेटे से आधार कार्ड कि फोटोकापी ली थी और एक एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने को कहा। निशांत ने मना कर दिया था। अक्टूबर 2019 को निशांत ने मंजीत के पास से नौकरी छोड़ दी। लेकिन निशांत की आधार कार्ड की फोटो कापी मंजीत और कृष्ण के पास थी। अगस्त 2021 में सुजानगढ़ थाना पुलिस उनके घर आई और कहा कि निशांत ने 11 मार्च 2020 को सीकर के गांव गनेड़ी निवासी असलम राणा से ट्राला खरीदा था। इस बारे में निशांत ने एक इकरारनामा 11 मार्च 2020 को दिया था। जिस पर निशांत के हस्ताक्षर थे और अंगूठा लगा हुआ था। यह कागजात पब्लिक नोटरी सीकर से अटेस्ट भी किया हुआ था। दयावंती ने इसके बारे में मंजीत और कृष्ण से बात कि तो उन्होंने कहा की उनके पास निशांत का आधार कार्ड था। जिससे एग्रीमेंट 11 मार्च 2020 को तैयार करवा कर निशांत के झूठे हस्ताक्षर किए और अंगूठा लगाकर यह ट्राला बिटटू को दे दिया। जिसने यह ट्राला आगे मुकेश पूनिया को बेच दिया। दयावंती ने कहा कि आरोपितों ने उसे धमकी दी कि इसके बारे में किसी को शिकायत की तो उसे और उसके बेटे को जान से मरवा देंगे। पीड़िता ने बताया कि उसने छह नवंबर को मंजीत को फोन किया तो उसने कहा की वह आटो मार्केट में दुकान पर है। पीड़िता ने बताया कि वह निशांत के साथ मंजीत की दुकान पर गई तो वहां पर वे पिस्तौल लिए खड़े थे। वहां आरोपित ने उन्हें जातिसूचक शब्द कहे और गाली-गलौज कर वहां से निकाल दिया। पुलिस ने शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है।

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