Crime News: मासूम को मिला न्याय, करीब दो दर्जन गवाहों के बयान हुए दर्ज, आरोपित को फांसी की सजा

सामान्य से परिवार में जन्मी मासूम का वारदात के दिन जन्मदिन था। जन्मदिन होने की वजह से मासूम ने दिन में मासूम ने नए कपड़े जरूर पहने हुए थे। दरिंदगी के इस मामले में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी चर्चा की थी।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 08:41 AM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 08:41 AM (IST)
Crime News: मासूम को मिला न्याय, करीब दो दर्जन गवाहों के बयान हुए दर्ज, आरोपित को फांसी की सजा
आरोपित का डीएनए मैच होने के बाद बना मजबूत आधार।

झज्जर, जागरण संवाददाता। झज्जर में एक साल से भी कम समय में सिटी थाना में दर्ज हुए मामले में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश हेमराज की फास्ट ट्रेक अदालत ने पांच साल की मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी करने वाले दोषी को फांसी की सजा सुनाई है। जिला बार एसोसिएशन के प्रधान अजीत सिंह सोलंकी सहित क्षेत्र के लोगों ने अदालत के फैसले का स्वागत किया है। साथ ही फैसले को समाज के लिए उदाहरण बताया है। डीएसपी राहुल देव के नेतृत्व में पुलिस ने मामले की जांच की है। करीब दो दर्जन गवाहों के बयान के आधार पर दोषी को फांसी की सजा सुनाई गई है।

दीपावली पर क्षेत्र में नहीं दिखा परिवार

शहरी क्षेत्र में एक किराए के मकान में रहने वाला पीड़ित परिवार करीब दो-तीन दिन पहले ही दोबारा से क्षेत्र में देखा गया है। स्थानीय लोगों के मुताबिक पिछले करीब तीन माह से यह परिवार अपने गांव में गया था। बता दें कि मूल रूप से मध्यप्रदेश में रहने वाला राज मिस्त्री परिवार के साथ शहर की एक कालोनी में पिछले कुछ वर्षों से रह रहा है। शहर में रहने के दौरान वह आरोपित के यहां पर भी किराए पर रह चुका है। इसी पहचान के चलते घटनाक्रम की रात करीब 12 से 1 बजे के बीच आरोपित मिस्त्री के यहां पर पहुंचा। जिसके सिर पर चोट लगी हुई थी और खून बह रहा था। जो कि मदद के बहाने से राज मिस्त्री को पहले अपने घर ले गया और वहां जाकर उसे बंद कर दिया। फिर वहां से वापिस आकर मिस्त्री की पत्नी के साथ बदनीयती से व्यवहार करने लगा। किसी तरह से आरोपित से बचते हुए राज मिस्त्री की पत्नी तो घर से बाहर निकल गई। लेकिन, आरोपित उसकी मासूम बच्ची को अपने साथ उठा लाया। इधर, मासूम का अपहरण करने के बाद आरोपित ने उसे साथ वाली एक गली में खड़ा कर दिया। जबकि, घर में कैद किए राज मिस्त्री को वापिस अपने घर जाने को कहा। घर में जब बच्ची नहीं दिखी तो मिस्त्री को अनहोनी की आशंका हुई। जिसके बाद मिस्त्री ने रात के समय में पड़ोस के अन्य लोगों की मदद लेते हुए बेटी की तलाश शुरु की और पुलिस को भी घटनाक्रम की शिकायत दी।

जन्मदिन के दिन दुनिया से विदा हुई थी मासूम

एक सामान्य से परिवार में जन्मी मासूम का वारदात के दिन जन्मदिन था। जन्मदिन होने की वजह से मासूम ने दिन में मासूम ने नए कपड़े जरूर पहने हुए थे। दरिंदगी के इस मामले में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी चर्चा की थी। प्रभावित परिवार को तत्कालीन समय में मध्य प्रदेश सरकार की ओर से चार लाख रुपये की सहायता दी गई। मध्य प्रदेश से अनंत कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक सुरक्षा एवं समन्वय तथा अपर अवासीय आयुक्त, एमपी भवन, श्री प्रकाश उल्हाणे जिला मुख्यालय मदद की राशि लेकर पहुंचें थे। जिन्होंने लघु सचिवालय में पुलिस कप्तान राजेश दुग्गल से की जा कार्यवाही के बारे में भी विस्तार से चर्चा भी की। मामले में सिटी थाना में तैनात हवलदार अनिल कुमार को सस्पेंड तथा होमगार्ड रोहित को बर्खास्त किए जाने के लिए सिफारिश हुई थी। इधर, जिला बार एसोसिएशन ने भी घटना पर नाराजगी प्रकट करते हुए वर्क सस्पेंड रखा। साथ ही बैठक कर फैसला लिया कि आरोपित के मुकदमे की कोई भी पैरवी नहीं करेगा।

झज्जर डीएसपी राहुल देव के अनुसार

मामला नाजुक होने के चलते 6 दिन में चालान पेश किया गया। आरोपित का डीएनए भी मैच हुआ था। तत्कालीन समय में सभी जरुरी कदम उठाए गए थे। ताकि, किसी भी सूरत में पीड़ित परिवार के साथ और अन्याय नहीं हो।

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