Crime in Hisar: हत्या मामले में दिल्ली के देवराज का अग्रोहा में होगा पोस्टमार्टम, जानें पूरा मामला
देवराज दिल्ली से हिसार आने की बात कहकर घर से निकला था लेकिन उनके पास नहीं पहुंचा था। जिसके बाद दिल्ली में स्वजनों ने उसके न मिलने पर गुमशुदा का केस दर्ज करवाया था। एएसआई संदीप ने बताया कि सिविल अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करवाया जाना था।
जागरण संवादाता, हिसार। सीसवाल गांव के पास बालसमंद सब माइनर से वीरवार सुबह मिले शव की शुक्रवार को शिनाख्त होने के बाद शनिवार सुबह शव को पोस्टमार्टम के लिए अग्रोहा रेफर कर दिया गया। मामले में बालसमंद चौकी इंचार्ज एएसआई संदीप ने बताया कि मृतक करीब 65 वर्षीय दिल्ली के सुल्तानपुरी का निवासी देवराज था। वह एक पैर से दिव्यांग था। मृतक की शिनाख्त उसके भांजे विनोद ने की थी। विनोद हिसार के सेक्टर-14 में रहता है।
गला दबाकर की गई थी हत्या
विनोद ने बताया कि देवराज दिल्ली से हिसार आने की बात कहकर घर से निकला था, लेकिन उनके पास नहीं पहुंचा था। जिसके बाद दिल्ली में स्वजनों ने उसके न मिलने पर गुमशुदा का केस दर्ज करवाया था। एएसआई संदीप ने बताया कि सिविल अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करवाया जाना था। लेकिन शव के गला सड़ा होने का कारण अग्रोहा रेफर किया गया है। गौरतलब है कि इस मामले में सरपंच महीपाल की शिकायत पर हत्या का केस दर्ज किया गया था। मृतक एक पांव से दिव्यांग है। उसके एक पांव कृत्रिम लगाया गया था। एक पांव में जुराब पहनी रखी थी और दूसरी पैर की जुराब गले में बंदी मिली थी। जुराबें काफी मोटी थी। यह देखने से ऐसा लगता था कि किसी ने जुराब से मृतक का गला दबाकर हत्या कर दी है। इसी शक के चलते सदर थाना पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया था।
इधर गाय से टक्कर लगने से मौत के बाद विनोद का हुआ पोस्टमार्टम
मात्रश्याम निवासी करीब 34 वर्षीय विनोद कुमार की बाइक चलाते समय बगला रोड पर गाय से टक्कर से मौत के मामले में पुलिस ने शनिवार को मृतक का पोस्टमार्टम करवाया। मामले में पुलिस ने स्वजनों के बयान दर्ज किए। जिसके बाद पुलिस ने इत्तफाकिया कार्रवाई करते हुए शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव स्वजनों को सौंप दिया। गौरतलब है कि विनोद कुमार की शुक्रवार रात को बाइक चलाते समय टक्कर लगने से मौत हो गई थी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि हादसे में विनोद और गाय दोनों ने दम तोड़ दिया था। विनोद को गंभीर अवस्था में अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।