हांसी के शेखपुरा गांव के तिहरे हत्याकांड में 8 दोषियों को उम्रकैद, गांव में पसरा सन्नाटा
शेखपुरा गांव में चार साल पूर्व 13 मार्च 2017 को फाग यानि होली के दिन ट्रिपल मर्डर मामले में 8 दोषियों को आज उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। बीते मंगलवार को हिसार कोर्ट में वेद प्रकाश सिरोही कि अदालत में आठ लोगों को दोषी करार दिया गया था।
हिसार/हांसी, जेएनएन। हिसार जिले के शेखपुरा गांव में चार साल पूर्व 13 मार्च 2017 को फाग यानि होली के दिन ट्रिपल मर्डर मामले में 8 दोषियों को आज उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। बीते मंगलवार को हिसार कोर्ट में वेद प्रकाश सिरोही कि अदालत में सुनवाई के दिन आठ लोगों को दोषी करार दिया गया था। मामले में अदालत ने शेखपुरा निवासी अशोक, कृष्ण, अजीत, उमेद, रामफल, संदीप, सुभाष, दलेल को प्रदीप, मुकेश और रामकुमार की हत्या मामले में दोषी क़रार दिया है। दोषियों को 5 मार्च को सजा सुनाने का दिन मुकरर किया था।
गौरतलब है कि चार साल पहले हुए इस हत्याकांड का कारण चौधर की लड़ाई बताया गया था। वर्चस्व की लड़ाई में दो पक्षों के कुल दस लोगों की अब तक जान जा चुकी है तो वही होली के दिन एक साथ तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी।
मामले में शेखपुरा निवासी संजय ने हांसी थाना में शिकायत दी थी। इस मामले में डीएसपी भगवानदास सहित 24 लोगों के खिलाफ आरोप लगे थे। हालांकि बाद में डीएसपी भगवानदास ने सर्विस रिवाल्वर से पंचकूला में आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में पुलिस ने पिछले साल 22 अगस्त को चार्जशीट पेश की थी।
बता दें कि 14 मार्च 2017 को फाग के दिन शेखपुरा गांव में दो गुटों के बीच खूनी खेल हुआ था। जिसमें एक गुट के रामकुमार, प्रदीप व मुकेश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। आरोप डीएसपी भगवान दास पर लगे थे। पुलिस ने 23 लोगों को नामजद करते हुए करीब 4-5 अन्य लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट, हत्या सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया था। इस मामले में एसआइटी द्वारा जांच की गई थी। इस वारदात के बाद भी शेखपुरा गांव में दोनों गुटों के बीच विवाद चलता रहा।
आखिरी आरोपित को 2019 में 4 अगस्त को कृष्ण उर्फ धोलू को गिरफ्तार किया था। इस मामले के बाद से ग्रामीणों में भी रोष है, ग्रामीणों का कहना है कि इस हत्याकांड के कारण गांव की छवि हर जगह खराब हो गई। शादी के लिए रिश्ते करने के दौरान भी इस विषय का चर्चा जरूर हो जाता है। इसके अलावा भी कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ी है।
पंचायत चुनावों में जीत गई थी डीएसपी की बेटी
शेखपुरा गांव में 2017 के पंचायत चुनावों में डीएसपी की बेटी ने जीत हासिल की थी। बताया जाता है कि इसके बाद ही दोनों गुटों के बीच विवाद शुरू हो गया। गांव में एक बड़ा आश्रम भी है जिसे लेकर भी दोनों गुटों के बीच विवाद था। इसी विवाद के चलते अब तक कई लोगों की हत्या हो चुकी है।