Damage Crop: सिरसा में बारिश से कपास की फसलें हुई प्रभावित, 29 सितंबर को किसान करेंगे उपायुक्त कार्यलय का घेराव, देंगे ज्ञापन

सिरसा में बारिश से किसानों की कपास की फसलों को नुकसान पहुंचा है। जिसके किसान शिकायते लेकर अधिकारियों के पास पहुंच रहे है तो अधिकारी किसानों की शिकायतों को अनसूना कर रहे है। जिसके कारण गुस्साए कि आने वाले दिनों उपायुक्त कार्यलय का घेराव करेंगे।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 01:06 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 01:06 PM (IST)
Damage Crop: सिरसा में बारिश से कपास की फसलें हुई प्रभावित, 29 सितंबर को किसान करेंगे उपायुक्त कार्यलय का घेराव, देंगे ज्ञापन
सिरसा में बारिश ने कपास की फसलों को किया प्रभावित।

सिरसा, जागरण संवाददाता। सिरसा के रोड़ी कस्बे के किसानों ने वीरवार को एकत्रित होकर नरमे की फसल खराब होने पर रोष जताया। किसान कुलदीप, गमदूर सिंह, परमिंद्र सिंह, कर्मजीत ने कहा कि बरसात व घटिया बीज के कारण फसल प्रभावित हुई है। नरमे को गुलाबी सूंडी लग चुकी है। जिस कारण किसानों को अार्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसानों ने कहा कि वे फसल के मुआवजे की मांग को लेकर 29 सितंबर को उपायुक्त कार्यालय में पहुंचकर रोष जताएंगे और ज्ञापन सौंपेंगे। किसानों ने कहा कि नरमे की फसल प्रभावित होने के कारण किसान पर दोहरी तिहरी मार पड़ रही है।

किसानों की शिकायत पर अधिकारी नहीं ले रहे सुध

नरमे की फसल के लिए किसानों ने ठेके पर जमीन ली हुई थी, इसके साथ ही मजदूरों को अलग से खर्चा देना पड़ा। किसान कुलदीप सिंह ने बताया कि उसने खेत 45 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से ठेके पर लिया था परंतु अब फसल सारी खराब हो गई। गांव के किसानों ने कहा कि सारी फसल खराब हो गई है। नरमे की तैयार फसल को अब कटाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। किसानों को नकली बीज, दवाइयों से नुकसान हुआ है। किसानों ने कहा कि अगर कोई जमींदार पराली को आग लगा देता है तो डीसी सरपंच को फोन कर कह देता है कि फलां किले में आग लगी हुई है। लेकिन अब बरसात से प्रभावित फसलों की अधिकारी सुध नहीं ली है। किसानों ने कहा कि नरमे की फसल के कारण उन्हें आर्थिक चपत लगी है।

कृषि अधिकारियों ने किया फसलों का निरीक्षण

बड़ागुढ़ा क्षेत्र के सुखचैन, कुरंगावाली, सुबाखेड़ा, फग्गू, सुरतिया , बड़ागुढ़ा आदि गांवों में कृषि विभाग के अधिकारियों ने खेतों में मौके पर जाकर फसलों का निरीक्षण किया । विशेषज्ञ डा. सुभाष हुड्डा ने बताया है कि इन गांवों में गुलाबी सुंडी का प्रकोप पाया गया है। कई खेतों में तो झुलसा रोग का भी प्रकोप है। कृषि अधिकारियों द्वारा किसानों को गुलाबी सुंडी के लिए क्लोरोपाइरोफास, इन्डोक्साकारब, क्युनालफास आदि कीटनाशक दवाइयों का स्प्रे करने की सलाह दी। खंड कृषि अधिकारी डॉक्टर प्यारे लाल ने किसानों को झुलसा रोग की रोकथाम के लिए फसल चक्र अपनाने की सलाह दी।

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