हमारे योद्धा : एक फोन कॉल पर भोजन लेकर कोरोना मरीजों के लिए हाजिर हो जाते हैं बहादुरगढ़ के कृष्ण

कृष्ण गौड़ इससे पहले भी करीब तीन साल से सिविल अस्पताल के बाहर हर रोज जरूरतमंद लोगों की भोजन सेवा कर रहे हैं। अब अस्पताल में हर रोज सुबह दोपहर व शाम को मरीजों के लिए भोजन सेवा कर रहे हैं। एक फोन कॉल पर ही पहुंच जाते हैं।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 09:16 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 09:16 AM (IST)
हमारे योद्धा : एक फोन कॉल पर भोजन लेकर कोरोना मरीजों के लिए हाजिर हो जाते हैं बहादुरगढ़ के कृष्ण
बहादुरगढ़ के महादेव भक्त कृष्ण गौड़ हर रोज सुबह-शाम सिविल अस्पताल में भर्ती कोविड मरीजों की कर रहे भोजन सेवा

बहादुरगढ़, जेएनएन। कोरोना महामारी का यह दौर काफी भयंकर हो गया है। इस दौर में कोरोना महामारी से पीड़ित लोगों को न तो समय पर बेड मिल पा रहे हैं और ना ही ऑक्सीजन। साथ ही कई जगह सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए खाना भी नहीं मिल रहा है। इन हालातों में कुछ सामाजिक संगठन व समाज सेवी हालात से जूझ रहे लोगों की मदद को आगे आ रहे हैं। इनमें से ही एक हैं बहादुरगढ़ के महादेव भक्त कृष्ण गौड़। वे करीब 25 दिनों से सिविल अस्पताल में भर्ती कोरोना महामारी से पीड़ित मरीजों को भोजन सेवा कर रहे हैं। इतना ही नहीं कृष्ण गाैड़ घरों में भी फोन पर सूचना मिलने के बाद कोरोना पीड़ितों के लिए खाना लेकर पहुंच जाते हैं।

कृष्ण गौड़ इससे पहले भी करीब तीन साल से सिविल अस्पताल के बाहर हर रोज जरूरतमंद लोगों की भोजन सेवा कर रहे हैं। अब अस्पताल में हर रोज सुबह, दोपहर व शाम को मरीजों के लिए भोजन सेवा कर रहे हैं। एक फोन कॉल पर ही कृष्ण गौड़ भोजन लेकर अस्पताल के गेट पर पहुंच जाते हैं। कृष्ण गौड़ ने बताया कि इस महामारी में अन्न का दान महादान है और मुझे जरूरतमंदों की भोजन सेवा करके बड़ी शांति मिलती है। कृष्ण ने बताया कि करीब 25 दिन पहले मुझे सिविल अस्पताल में कोविड सेंटर के प्रभारी डा. उरेंद्र का फोन आया था कि यहां पर कई मरीज भर्ती हैं। उनके लिए खाने की जरूरत है।

साथ ही कोविड सेंटर में भर्ती होने वाले मरीजों की भोजन सेवा करने की बात उन्होंने की। डा. उरेंद्र का फोन आते ही मैं तुरंत रात को खाना लेकर सिविल अस्पताल में पहुंच गया था और तभी से लेकर आज तक जब भी अस्पताल से फोन आता है मरीजों के लिए खाना लेकर मैं अस्पताल पहुंच जाता हूं। कृष्ण ने बताया कि अस्पताल में औसतन 10 मरीज भर्ती ही रहते हैं। उनके लिए सुबह-दोपहर व शाम की भोजन सेवा करके मुझे काफी शांति मिलती है और इस महामारी के दौर में यह सेवा करके मुझे काफी सुकून मिलता है।

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