रोहतक पीजीआइ में कोरोना वैक्सीनेशन शुरू, रोज 300 लोगों को लगेंगे टीके
रोहतक को 10950 कोरोना वैक्सीन की डोज उपलब्ध कराई गई हैं। दो स्वदेशी कोरोना वैक्सीन में से स्वास्थ्य विभाग की ओर से रोहतक में कोविशील्ड उपलब्ध कराई गई है। करीब 14000 हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन दी जानी है। स्वास्थ्य विभाग को वैक्सीन की दूसरी खेप भी पहुंचनी बाकी है।
हिसार/रोहतक, जेएनएन। पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में आज से वैक्सीनेशन शुरू हो गया है। पीजीआइएमएस की चिकित्सा अधिकारी डा. पुष्पा दहिया और मेडिसिन विभागाध्यक्ष डा. वीके कत्याल ने भी वैक्सीनेशन में भाग लिया और वैक्सीन की डोज ली। करीब 300 हेल्थ वर्कर्स को प्रतिदिन वैक्सीन की डोज दी जानी है। इसके लिए ऑडिटोरियम में व्यवस्था की गई है। इससे पहले 16 जनवरी को सिविल अस्पताल और मदीना स्थित कम्युनिटी हेल्थ सेेंटर (सीएचसी) में वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू हो गई थी। अब सोमवार से नियमित वैक्सीनेशन शुरू हो गया है।
14000 हेल्थ वर्कर्स को दी जानी है कोविशील्ड
बता दें कि रोहतक को 10950 कोरोना वैक्सीन की डोज उपलब्ध कराई गई हैं। दो स्वदेशी कोरोना वैक्सीन में से स्वास्थ्य विभाग की ओर से रोहतक में कोविशील्ड उपलब्ध कराई गई है। करीब 14000 हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन दी जानी है। स्वास्थ्य विभाग को वैक्सीन की दूसरी खेप भी पहुंचनी बाकी है। चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ व अन्य हेल्थ वर्कर्स को पहले चरण में वैक्सीन की डोज दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से पीजीआई के लाभार्थी हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन के लिए पहले ही मैसेज पहुंच चुका है। पीजीआइ के करीब साढ़े नौ हजार लाभार्थियों को कोविशील्ड की डोज दी जानी है।
इंट्रा मस्कुलर है कोविशील्ड
कोविशील्ड एक इंट्रा मस्कुलर वैक्सीन है। इसका अर्थ है कि कंधे से यह वैक्सीन दी जाएगी। वैक्सीन की डोज के बाद करीब 30 मिनट तक साइड इफेक्ट आने की संभावना हो सकती है। जोकि, किसी भी वैक्सीन लगने के बाद होती है। इसे एनाफेलेटिक रिएक्शन कहते हैं। चिकित्सक लाभार्थी को रिएक्शन के लिए तुरंत मेडिकेशन के लिए निगरानी में रखते हैं। इसके बाद लाभार्थी को घर जाने दिया जाता है। वह अपनी दिनचर्या पहले की तरह निभा सकता है।
ये मामूली साइड इफेक्ट अभी तक आए हैं सामने
- इंजेक्शन लगने वाली जगह पर दर्द, गर्माहट, सूजन या घाव
- जी मिचलाना, थकान महसूस हाेना, कमजोरी
- हल्का बुखार, सिर दर्द, जोड़ों में दर्द
- इंजेक्शन लगने वाली जगह पर गांठ की शिकायत