ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिंग के आदेश, बीमार मरीजों की होगी स्क्रीनिंग, फतेहाबाद में पांच बार हो चुका सर्वे
पहले संक्रमण केवल शहरों तक था लेकिन अब संक्रमण गांवों में फेल गया है। यहीं कारण है कि अब स्वास्थ्य विभाग की टीम गांवों का सर्वे कर रही है। अब केवल उन्हीं गांवों में सर्वे हो रहा है जहां अधिक कोरेाना के मरीज मिले है।
फतेहाबाद, जेएनएन। फतेहाबाद जिले में कोरोना संक्रमण कभी बढ़ रहा है तो कभी घट रहा है। संक्रमण किस कदर फैला हुआ है इसकी जांच अब स्वास्थ्य विभाग करने में लगा है। पहले संक्रमण केवल शहरों तक था, लेकिन अब संक्रमण गांवों में फेल गया है। यहीं कारण है कि अब स्वास्थ्य विभाग की टीम गांवों का सर्वे कर रही है। अब केवल उन्हीं गांवों में सर्वे हो रहा है जहां अधिक कोरेाना के मरीज मिले है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की चिंता इस बात की है कि वैन जाने के बावजूद ग्रामीण सैंपल नहीं करवा रहे है। यहीं कारण है कि संक्रमण कितना फेला है इसके बारे में पता नहीं चल रहा है।
पिछले साल जिले में स्वास्थ्य विभाग ने पांच बार पूरे जिले का सर्वे किया था। लेकिन इस बार डोर-टू-डोर जाकर सर्वे नहीं होगा। इसका मुख्य कारण कर्मचारियों की कमी होना है। पिछले साल कोरोना पॉजिटिव मरीज कम आए थे। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने डोर-टू-डोर जाकर सर्वे करवा लिया था। लेकिन इस बार तो संक्रमण हर गांव व हर घर में है। ऐसे में कर्मचारी भी घर-घर जाने से डर रहे है, वहीं कर्मचारियों की कमी के कारण फिलहाल पूरे जिले में सर्वे नहीं होगा। अधिकारियों की माने तो जिस गांव में कोरोना पीड़ित मरीज अधिक मिल रहे है वहां स्क्रीनिंग करवाई जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग लिख रहा सैंपल के लिए पत्र
पहले लोग कोरोना सैंपल करवाने के लिए खुद चलकर आ रहे थे, लेकिन अब डर के मारे नहीं आ रहे है। यहीं कारण है कि अब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को संबंधित विभाग को पत्र लिखकर कोरोना सैंपल करवाने पड़ रहे है। आदेश के बावजूद कर्मचारी सैंपल नहीं करवा रहे है। पिछले दिनों फतेहाबाद नगरपरिषद में स्वास्थ्य विभाग की टीम सैंपल लेने के लिए आई थी। लेकिन यहां पर केवल अधिकारियों ने सैंपल दिए। केवल 10 ही सफाई कर्मचारियों ने सैंपल दिए। इसके अलावा अब टोहाना के एसएमओ डा. हरविंद्र सागू ने मार्केट कमेटी व नगरपरिषद के अधिकारियों को पत्र लिखकर अपने अपने कर्मचारियों के सैंपल लगाने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री भी आदेश दे चुके है कि अधिक से अधिक टेस्टिंग की जाए।
अस्पतालों में नहीं आ रहे मरीज
नागरिक अस्पतालों में आने वाले मरीजों के पहले स्वास्थ्य विभाग सैंपल ले रहा था। लेकिन अब जिले के अधिकतर सरकारी अस्पतालों को कोविड सेंटर बना दिया गया है। ऐसे में मरीजों ने यहां पर आना बंद कर दिया है। इस कारण इन अस्पतालों में सैंपल भी कम हो गए। पहले कर्मचारियों को सैंपल लेने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ रहा था लेकिन अब जाना पड़ रहा है। लॉकडाउन के दौरान दुकानें भी नहीं खुल रही और सड़कों पर आवाजाही भी कम है। इस कारण सैंपल कम हो रहे है।
---स्वास्थ्य विभाग के पास टीम
स्वास्थ्य विभाग की टीमें : 550
आशा वर्कर : 831
एएनएम : 220
बहुउद्देश्यीय कर्मचारी : 85
मोबाइल टीम : 14
---अब जाने पिछले साल सर्वे के दौरान कितने घरों व लोगों की हुई स्क्रीनिंग
पहला सर्वे
घर : 182997
लोगों की स्क्रीनिंग : 986655
---दूसरा सर्वे
घर : 182989
लोगों की स्क्रीनिंग : 966193
---तीसरा सर्वे
घर : 182892
लोगों की स्क्रीनिंग : 965720
---चौथा सर्वे
घर : 185329
लोगों की स्क्रीनिंग : 965823
--पांचवा सर्वे
घर : 148915
लोगों की स्क्रीनिंग : 830986
----सैंपल बढ़ाने के आदेश दिए है। पूरे जिले में सर्वे के अभी कोई आदेश नहीं है। हालांकि जिस गांव में कोरोना के अधिक मरीज मिल है वहां पर सर्वे किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में हमारी टीम जा रही है, लेकिन लोग सैंपल करवाने के लिए नहीं आ रहे है। लोगों से अपील है कि अधिक से अधिक सैंपल करवाए ताकि इस संक्रमण को रोका जा सके।
डा. हनुमान सिंह, डिप्टी सिविल सर्जन फतेहाबाद।