चार दिन बाद भी नहीं मिल रही कोरोना की रिपोर्ट, कैसे रोक पाएंगे बढ़ता कोरोना संक्रमण

जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने सैं

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 07:38 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 07:38 AM (IST)
चार दिन बाद भी नहीं मिल रही कोरोना की रिपोर्ट, कैसे रोक पाएंगे बढ़ता कोरोना संक्रमण
चार दिन बाद भी नहीं मिल रही कोरोना की रिपोर्ट, कैसे रोक पाएंगे बढ़ता कोरोना संक्रमण

जागरण संवाददाता, हिसार :

जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने सैंपलिग बढ़वाई है। अब स्वास्थ्य विभाग की तरफ से रोजाना करीब चार हजार सैंपल किए जा रहे है। रिपोर्ट सात दिन बाद भी नहीं मिल पा रही है। ऐसे में सैंपलिग बढ़ाने का फैसला भी संक्रमण को रोकने में सफल होता नजर नहीं आ रहा है। अगर चार-पांच दिन तक रिपोर्ट नहीं मिलेगी तो संक्रमण अधिक फैलने की संभावना भी बढ़ जाती है। क्योंकि रिपोर्ट आने से पहले विभाग की तरफ से सैंपल करवाने वाले व्यक्ति को सिर्फ एहतियात बरतने के लिए बोल दिया जाता है। वहीं, रिपोर्ट के पॉजिटिव आने से पहले कोई एहतियात भी नहीं बरतता, जिससे संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। गौरतलब है कि पिछले वर्ष अधिक सैंपलिग और जल्द रिपोर्ट आने से ही संक्रमण पर काबू पाया गया था। उस दौरान भी करीब चार हजार सैंपल प्रतिदिन किए जा रहे थे, लेकिन पिछले वर्ष रिपोर्ट भी दूसरे दिन मिल जाती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं है।

-----------------

हिसार और बाहर की लैब में भी भेजे जा रहे सैंपल

विभाग द्वारा कोरोना सैंपलिग तो बढ़ाई गई। लेकिन विभाग को चार हजार में से दो हजार सैंपल बाहर भेजने पड़ रहे है। अग्रोहा और एनआरसी लैब पर वर्कलोड अधिक होने पर भी कोरोना के सैंपलों की जांच जल्द नहीं हो पा रही है। अब हिसार से कोरोना जांच के लिए सैंपल गुरुग्राम और पंचकूला की लैब के साथ शहर की लाल पैथ लैब में भी भेजे जा रहे है। सिविल अस्पताल की ओर से एनआरसी लैब में प्रतिदिन एक हजार के करीब और अग्रेाहा लैब में करीब इतने ही सैंपल भेजे जा रहे। वहीं दो हजार अन्य सैंपल अन्य लैब में भेजे जा रहे है। लेकिन शुक्रवार को भी 2974 सैंपल की रिपोर्ट पेंडिग थी।

----------------------

अप्रैल के मुकाबले चार दिन बाद भी नहीं मिल रही कोरोना की रिपोर्ट

कैसे रोक पाएंगे बढ़ता कोरोना संक्रमण ले में मई में अधिक खतरनाक होता जा रहा कोरोना संक्रमण

मई के पहले सात दिनों में कोरोना के 7501 मामले सामने आ चुके है। इन मामलों की अप्रैल महीने के पहले 7 दिनों से तुलना करें तो अप्रैल में सिर्फ 314 मामले मिले थे। जबकि अप्रैल में कोरोना के कुल 12318 मामले मिले थे। लेकिन मई में संक्रमण की गंभीरता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि अप्रैल के कुल मामलों से आधे से अधिक तो सिर्फ मई के सात दिनों में आ चुके है। संक्रमण की यही रफ्तार रही तो आगामी दिनों में स्थिति और खतरनाक हो सकती हैं। वहीं कोरोना से मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है अप्रैल महीने की शुरुआत से लेकर अब तक 242 मौत के मामले सामने आ चुके है।

-------------------

कोरोना के 1143 नए मामले मिले, 17 मौत -

जिले में शुक्रवार को कोरोना के 1143 नए मामले मिले। वहीं, 953 को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया। जबकि कोरोना से 17 की मौत हो गई। जिले में कोरोना के कुल मामले बढ़कर 37,256 हो गए है। वहीं, अब तक 28,641 मरीज स्वस्थ हुए है। जिले में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 75.16 फीसद है। एक्टिव मामले बढ़कर 8045 हो गए है। जबकि कोरोना से 570 दम तोड़ चुके है।

-----------------

मई के पहले सात दिनों के आंकड़े -

7 मई - 1143

6 मई - 1193

5 मई - 985

4 मई - 1248

3 मई - 1156

2 मई - 879

1 मई - 897

-----------------

अप्रैल के पहले सात दिन के आंकड़े

1 अप्रैल 30

2 अप्रैल 34

3 अप्रैल 49

4 अप्रैल 45

5 अप्रैल 49

6 अप्रैल 49

7 अप्रैल 58।

chat bot
आपका साथी