नारको टेस्ट से बचने को एसएचओ को दिखाया कोरोना पाजिटिव, लैब टैक्नीशियन पर केस दर्ज

2018 में नवदीप कालोनी में हुई हत्या के मामले में जांच कर हैं आजाद नगर थाना के एसएचओ।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 07:19 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 07:19 AM (IST)
नारको टेस्ट से बचने को एसएचओ को दिखाया कोरोना पाजिटिव, लैब टैक्नीशियन पर केस दर्ज
नारको टेस्ट से बचने को एसएचओ को दिखाया कोरोना पाजिटिव, लैब टैक्नीशियन पर केस दर्ज

- 2018 में नवदीप कालोनी में हुई हत्या के मामले में जांच कर हैं आजाद नगर थाना के एसएचओ

- आरोपितों का नारको टेस्ट करवाने अपनी टीम के साथ गांधीनगर गए थे एचएचओ, पीछे से सैंपल बदलकर जारी कर दी रिपोर्ट जागरण संवाददाता, हिसार : आजाद नगर थान के एसएचओ इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह का कोविड का सैंपल बदलकर उनकी रिपोर्ट पाजिटिव दिखा दी। इस मामले में उस दौरान फ्लू क्लीनिक में लैब टैक्नीशियन दीपक पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह ने बताया कि वह गुजरात के गांधीनगर में हत्या के मामले में आरोपितों का नारको टेस्ट करवाने टीम के साथ गए थे। पीछे से एलटी ने किसी और का सैंपल एसएचओ के नाम पर भेज दिया, जिसमें उनको कोरोना पाजिटिव दिखाया गया। इस मामले में आईडीएसपी अधिकारी और सीएमओ के सामने पूछताछ हुई थी। अब शहर थाना पुलिस ने नवदीप कॉलोनी निवासी विद्या सागर सिंह की शिकायत पर लैब तकनीशियन दीपक के खिलाफ धारा 420, 468, 471 और 201 के तहत केस दर्ज किया है। शिकायत में विद्या सागर सिंह ने बताया कि वह सूबेदार मेजर दलीप सिंह का बेटा है। उसकी बहन सुमन की उसके पति प्रमोद माचरा, प्रमोद के भाई रविद्र माचरा ने हत्या कर दी थी। आरोप था कि आरोपियों ने नारको टेस्ट से बचने के लिए सैंपल बदल दिया था।

उल्लेखनीय है कि एसएचओ इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह ने 13 मार्च को जिला अस्पताल में सैंपल दिया था। इसके बाद 15 मार्च को वह गुजरात के गांधी नगर में हत्या मामले में आरोपी स्टाफ नर्स का नार्काे टेस्ट करवाने रवाना हो गए थे। इस मामले को हत्या मामले से जोड़कर देखा जा रहा था, ताकि मामले में जांच न हो पाए। इसी 15 मार्च को आपाताकालीन स्थिति में सैंपल जांच के लिए लैब में भेजा गया और रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। इस रिपोर्ट की फुटेज इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई। इसे देखकर थाना एसएचओ भी हैरान रह गए थे, क्यूंकि एसएचओ में किसी तरह के कोरोना के लक्ष्ण नहीं थे। इसके बाद जांच में यह बात सामने आई कि एसएचओ का पहले वाला सैंपल लीक हो गया था।

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