रोहतक जिले में मई महीने में मिले 2117 कोरोना संक्रमितों में 34 फीसद गांव से, 14 की मौत
कोरोना संक्रमण का असर गांव में तेजी से फैला है। टिटौली गांव को तो प्रशासन ने मैक्रो कंटेनमेंट जोन तक घोषित कर दिया है। इस गांव में एक सप्ताह में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। प्रशासन के अनुसार मृतकों में कुछ ही कोरोना संक्रमित थे।
रोहतक, जेएनएन। रोहतक में मई माह के पहले सप्ताह में कोरोना संक्रमण ने गांवों में भी कहर बरपाया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस माह के पहले छह दिनों में कुल संक्रमितों में 34 फीसद गांव से रहे। एक से छह मई तक जिले में 2117 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें 717 संक्रमितों का संबंध ग्रामीण क्षेत्रों से है। इसी समय अवधि तक कुल 70 लोगों की जान कोरोना संक्रमण से गई, इनमें भी 14 गांव से ही हैं।
कोरोना संक्रमण का असर गांव में तेजी से फैला है। टिटौली गांव को तो प्रशासन ने मैक्रो कंटेनमेंट जोन तक घोषित कर दिया है। इस गांव में गत एक सप्ताह में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, प्रशासन के अनुसार मरने वालों में कुछ ही कोरोना संक्रमित हो सकते हैं। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि मरने वालों में ज्यादातर हल्की खांसी-जुकाम व बुखार से पीड़ित थे। इसी तरह बलियाणा में 11 की मौत हुई है, यहां भी कोरोना से मरने की पुष्टि प्रशासन नहीं कर रहा है।
पीजीआइएमएस के कम्युनिटी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डा. आरबी जैन का कहना है कि गांवों में कोरोना नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में शारीरिक दूरी कहीं दिखाई नहीं देती। मास्क का उपयोग करने में भी लापरवाही बरती जा रही है। जागरूकता के अभाव में धार्मिक व अन्य कार्यक्रमों में लोग झुंड बनाकर बैठते हैं, यही कारण है कि कोरोना संक्रमण गांवों में पैर पसार रहा है। दूसरी ओर गांव के लोगों में कोरोना टेस्टिंग करवाने को लेकर भी जागरूकता का अभाव है। ज्यादातर टेस्टिंग के लिए आगे नहीं आते, ऐसे में स्थिति गंभीर बन रही है।
एक से छह मई तक इस गांवों में इस तरह फैला कोरोना संक्रमण
तिथि जिले में संक्रमित ग्रामीण क्षेत्र में मिले जिले में मौत ग्रामीण क्षेत्र में मौत
एक मई 348 147 16 03
दो मई 525 138 09 01
तीन मई 411 127 09 03
चार मई 281 092 12 01
पांच मई 332 114 09 03
छह मई 220 119 15 03
कुल 2117 737 70 14