फतेहाबाद में दम तोड़ रहा कोरोना, 6 महीने के बाद आया कोरोना का महज एक केस सामने

छह महीने के बाद पहला मौका था जब एक ही मरीज आया। जिससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। इसके अलावा 21 लोगों ने कोरोना को मात भी दी है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग लोगों से अपील कर रहा है कि अगर हम नियमों का पालन करें

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 04:41 PM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 04:41 PM (IST)
फतेहाबाद में दम तोड़ रहा कोरोना, 6 महीने के बाद आया कोरोना का महज एक केस सामने
फतेहाबाद जिले में अब तक 59 लोगों की मौत हो चुकी है।

फतेहाबाद, जेएनएन। सात महीने पहले जिले में कोरोना ने दस्तक दी थी। उसके बाद से लगातार कोरोना के मामले बढ़ते गए। लेकिन अक्टूबर महीने के अंतिम दिनों में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही है। वीरवार को छह महीने के बाद पहला मौका था जब एक ही मरीज आया। जिससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। इसके अलावा 21 लोगों ने कोरोना को मात भी दी है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग लोगों से अपील कर रहा है कि अगर हम नियमों का पालन करेंगे तो इस बीमारी से मुक्त हो सकते है। वहीं जिले में अब तक 59 लोगों की मौत हो चुकी है। तीन दिन पहले पंजाब में फतेहाबाद शहर का बुजुर्ग कोरोना से मरा था। जिसका डाटा अब स्वास्थ्य विभाग ने अपने आंकड़ों में किया है। जिले में अब तक कोरोना के मरीजों की संख्यसा 2972 हो गई है। वहीं ठीक होने वालों का आंकड़ा 2659 पहुंच गई है। अब जिले में एक्टिव केस 254 हो गई है।

रतिया में ईंट भट्ठे पर सैंपल लेने गई टीम को देखकर मजदूर भागे, बाद में समझाकर लिए सैंपल

गांव रतनगढ़ के एक ईंट भट्ठे पर कोरोना सैंपङ्क्षलग लेने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम को देखकर ईंट भट्ठे पर काम करने वाले प्रवासी मजदूर सैंपलिंग देने के भय से अपने परिवारों सहित ही खेतों की तरफ  दौड़ गए।  प्रवासी मजदूरों का पीछा करने वाले स्वास्थ्य कर्मी व साथ गए पुलिसकर्मी ने संबंधित परिवारों को सैंपलिंग देने को लेकर काफी समझाया। लेकिन अधिकांश मजदूरों ने सैंपल देने से ही मना कर दिया। बाद में ईट भट्ठे मालिक की सूझबूझ तथा सैंपल लेने के लिए पहुंचे मेडिकल अधिकारी डा. जसविंद्र सिंह के प्रयास से करीब 23 मजदूरों के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेज दिए गए। इसके साथ ही अधिकतर मजदूरों द्वारा  सैंपल न देने की सूचना भी नागरिक अस्पताल के इंचार्ज डा. भरत ङ्क्षसह व विभाग के उच्च अधिकारियों को दे दी थी। अधिकांश मजदूरों द्वारा अपनी सेंपलिंग न देने तथा चिकित्सकों की टीम को देखकर बच्चों सहित खेतों की तरफ  दौडऩे की पुष्टि करते हुए इंचार्ज के अलावा हेल्थ इंस्पेक्टर राजेश श्योकंद ने बताया कि कोविड-19 के तहत विभाग ने कुछ ऐसे क्षेत्र चिन्हित किए है। जिन क्षेत्रों में कोरोना महामारी फैलने का भय है। इसी चिन्हित क्षेत्र में रतिया क्षेत्र के गांव रतनगढ़ का एक ईंट भट्ठा भी शामिल है।

त्योहारी सीजन के लिए एडवाइजरी जारी

त्योहारी सीजन में सार्वजनिक स्थानों, बाजारों आदि में भीड़ होना स्वाभाविक है। इन सबके बीच हमें कोरोना से बचाव उपायों की पालना को नहीं भूलना है बल्कि और अधिक सतर्क रहना है। इसके लिए जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है। उपायुक्त डा. नरहरि ङ्क्षसह बांगड़ ने कहा कि त्योहारों के चलते लोगों का बाजार में आवगमन अधिक बढ़ेगा, जिसके कारण कोरोना संक्रमण के फैलाव की आशंका भी रहेगी। आमजन को स्वयं का बचाव करते हुए संक्रमण के फैलाव को रोकना है। बाजार या सार्वजनिक जगह पर होने पर मूंह पर मास्क जरूर लगाकर रखें। जितना संभव हो सके भीड़-भाड़ से दूर रहें। एक-दूसरे से उचित दूरी बनाकर रखें। उन्होंने कहा कि यदि ईमानदारी से सभी मास्क व एक-दूसरे से दूरी के नियमों पालना करेंगे तो अवश्य ही संक्रमण नहीं फैलेगा और सभी का बचाव भी इसी में निहित है।

उपायुक्त ने कहा कि त्योहारों का हमारे जीवन में बड़ा ही महत्व है। लेकिन कोरोनाकाल के बीच इन त्योहारों को हमें कुछ सावधानियां व नियमों की पालना करते हुए मनाना है।

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वीरवार को जिले में कोरोना का एक ही मरीज आया है। इसके अलावा 21 मरीज ठीक हुए है। ऐसे में लोगों से अपील है कि वो कोरोना के नियमों का पालन करे। अगर ऐसा करेंगे तो आने वाले समय में हम इस बीमारी से मुक्त हो सकेंगे।

डा. मनीष बंसल

सिविल सर्जन फतेहाबाद।

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