हिसार में अप्रैल के मुकाबले मई में सिर्फ 14 दिन में मिले कोरोना के 14550 मामले, 220 हुई मौतें

अप्रैल में जिले में 12318 मामले आए थे। वहीं मई के सिर्फ 14 दिन में ही कोरोना के 14550 मामले सामने आ चुके है। जिले में 30 अप्रैल तक कोरोना के कुल 29755 मामले थे जबकि 22510 स्वस्थ हुए थे। वहीं मई में हालात ज्‍यादा खराब हैं।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 12:59 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 12:59 PM (IST)
हिसार में अप्रैल के मुकाबले मई में सिर्फ 14 दिन में मिले कोरोना के 14550 मामले, 220 हुई मौतें
हिसार जिले में मई महीने की शुरुआत से ही रोजाना 1000 के करीब केस मिल रहे हैं

हिसार, हिसार जिले में कोरोना के केसों के मामले में मई महीना अप्रैल से अधिक खतरनाक साबित हो रहा है। अप्रैल में जिले में 12318 मामले आए थे। वहीं मई के सिर्फ 14 दिन में ही कोरोना के 14550 मामले सामने आ चुके है। जिले में 30 अप्रैल तक कोरोना के कुल 29,755 मामले थे, जबकि 22510 स्वस्थ हुए थे। वहीं 6798 एक्टिव केस थे, जबकि कोरोना से कुल 447 मौते हुई थी। लेकिन मई के 14 दिन में अप्रैल महीने के मुकाबले कुल 2232 मामले अधिक मिले है।

मई के 14 दिनों में कोरोना से 220 मौते भी हो चुकी है। गौरतलब है कि जिले में वीरवार को कोरोना के 1166 मामले मिले थे, जिससे कोरोना के कुल मामले 44305 पर पहुंच गए है। जबकि कोरोना से अब तक 34755 स्वस्थ भी हुए है। जिले में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 78.44 है। वहीं कोरोना से अब तक 667 माैतें हो चुकी है। लेकिन पिछले महीने के मुकाबले अब एक्टिव मामले बढ़कर 8883 है।

पिछले वर्ष कोरोना ने शरीर पर इतना असर नहीं डाला था

सिविल अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में कोरोना संक्रमितों का उपचार कर रहे डा. अजीत लाठर ने बताया कि पिछले वर्ष कोेरोना से मरीज जल्द ठीक हो रहे थे, लेकिन इस वर्ष ऐसा नहीं है बीते वर्ष कोरोना शरीर पर इतना दुष्प्रभाव नहीं डाल रहा था, लेकिन अबकी बार वायरस बुजुर्गों की बजाय युवाओं में अधिक फैल रहा है। डा. अजीत ने भावुक होते हुए बताया कि हम उपचार दे रहे है, लेकिन कई युवा उनकी आंखों के सामने दम तोड़ जाते है।

पिछले एक महीने से सिविल अस्पताल का आइसोलेशन वार्ड फुल है, यहां 80 बैड है, जिन पर लगातार मरीज आ रहे है। कोरोना फेफड़ो को बूरी तरह से प्रभावित कर रहा है। जिससे कोरोना मरीजों में ऑक्सीजन कम हो रही है।  गौरतलब है कि सिविल अस्पताल में डा. अजीत पिछले वर्ष भी कोरोना संक्रमितों के उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके है। वहीं डा. अजय चुघ भी आइसोलेशन वार्ड में संक्रमितों का उपचार कर रहे है।   

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