हिदी भाषा को उचित स्थान दिलाने के लिए करने होंगे सामूहिक प्रयास : काम्बोज

एचएयू की नेहरू लाइब्रेरी में हिदी दिवस के उपलक्ष्य में पुस्तक प्रदर्शनी आयोजित

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 05:13 AM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 05:13 AM (IST)
हिदी भाषा को उचित स्थान दिलाने के लिए करने होंगे सामूहिक प्रयास : काम्बोज
हिदी भाषा को उचित स्थान दिलाने के लिए करने होंगे सामूहिक प्रयास : काम्बोज

-एचएयू की नेहरू लाइब्रेरी में हिदी दिवस के उपलक्ष्य में पुस्तक प्रदर्शनी आयोजित

फोटो- 4

जागरण संवाददाता, हिसार : हिदी भाषा को उचित स्थान दिलाने के लिए हमें सामूहिक प्रयास करने होंगे। केवल एक दिन हिदी दिवस के आयोजन से इस कार्य में सफलता नहीं मिलेगी। हिदी को बढ़ावा देने के लिए अन्य लोगों को भी इसके प्रति प्रेरित करना होगा। ये विचार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बीआर कांबोज ने व्यक्त किए। वे हिदी दिवस के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय की नेहरू लाइब्रेरी में आयोजित दो दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी के भ्रमण के उपरांत कहे। उन्होंने कहा कि हमारे देश का इतिहास, ग्रंथ, उपन्यास आदि अधिकतर हिदी में ही हैं और ज्ञान के भंडार हैं। हिदी भाषा बहुत ही समृद्ध है और हमें इसका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिदी भाषा में देशवासी अपनी भावनाओं, विचारों और संदेशों को खुलकर व्यक्त कर सकता है। यह भाषा बहुत ही सरल व संचार के लिए उपयुक्त मानी जाती है।

कार्यक्रम में पुस्कालयाध्क्ष डॉ. बलवान सिंह ने बताया कि इस पुस्तक प्रदर्शनी में हिदी भाषा में प्रकाशित पुस्तकें कृषि विज्ञान,भारतीय इतिहास एवं जीवनी, हिदी संदर्भ ग्रंथ, भारतीय दर्शन, सामाजिक विज्ञान, धर्म आदि विषयों पर प्रदर्शनी लगाई। उन्होंने बताया कि इनका मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक हिदी भाषा को सम्मान देने के लिए किया गया था ताकि लोगों को देश के प्राचीन इतिहास को हिदी में जानने का मौका मिले और इनके प्रति रूझान बढ़े। हमारे ऋषि मुनियों व पूर्वजों द्वारा दिए गए संदेश व ज्ञान का बोध हो ताकि उसे हमारे संस्कारों में शामिल कर सकें। इस दौरान कैंपस स्कूल के विद्यार्थियों ने भी प्रदर्शनी का अवलोकन किया और हिदी की पुस्तकों के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की। इस अवसर पर ओएसडी डा. अतुल ढींगड़ा, कुलसचिव डा. एस.के. मेहता, अनुसंधान निदेशक डा. एसके सहरावत, विस्तार शिक्षा निदेशक डा. रामनिवास ढांडा, छात्र कल्याण निदेशक डा. देवेंद्र सिंह दहिया, अधिष्ठाता डा. अमरजीत कालड़ा, डा. बिमला ढांडा, डा. एसएस सिद्धपुरिया, वित्त नियंत्रक नवीन जैन, डा. राजीव पटेरिया, डा. सीमा परमार, डा. भानू प्रताप, डा. राजेंद्र सहित विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

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