भारी पड़ सकती है ये लापरवाही... लॉकडाउन पूरी तरह से खुला नहीं, कोचिंग संस्थानों ने खोल दिए द्वार
हिसार में कोचिंग सेंटर लॉकडाउन की अनदेखी कर रहे हैं। विद्यार्थियों को कोचिंग बुलाया जा रहा है। कुछ अभिभावक कोचिंग सेंटर खुलने का विरोध कर रहे हैं। कोविड की तीसरी लहर को लेकर पहले ही अभिभावक चिंता में हैं।
हिसार, जेएनएन। हिसार में कोचिंग सेंटर संचालक मनमानी पर उतर आए हैं। लॉकडाउन पूरी तरह से अभी खुला भी नहीं है और कोचिंग संस्थान संचालकों ने विद्यार्थियों को कोचिंग बुलाना शुरू कर दिया है। ऐसे में नियमों की अनदेखी भारी पड़ सकती है।
इसको लेकर कुछ अभिभावक आपत्ति जता रहे हैं। उनका कहना है कि जब कहीं भी शिक्षण संस्थानों को नहीं खोला जा रहा है तो प्राइवेट कोचिंग संचालकों को कक्षाएं शुरू करने की इतनी जल्दी क्यों है। जिन परीक्षाओं की तैयारी यह कोचिंग संस्थान कराते हैं उनकी परीक्षाएं भी लंबित चल रही हैं ऐसे में कोचिंग संचालकों की यह जल्दबाजी किसी भी अभिभावक के समझ नहीं आ रही है। कोविड की तीसरी लहर को लेकर पहले ही अभिभावक चिंता में हैं। पिछले दो वर्ष से शिक्षा की स्थिति काफी खराब है। ऐसे में इस समय कोचिंग शुरू करना अभिभावकों को चिंता में डाल रहा है। अभिभावकों को भी समझ नहीं आ रहा कि वह जाएं तो कहां जाएं। क्योंकि इस मामले में कोचिंग संचालक अपने फैसलों को लेकर अडिग हैं और प्रशासन के नियमों को भी तोड़ते नजर आ रहे हैं।
क्या कहता है कोविड नियम
कोचिंग संस्थान व शिक्षण संस्थानों को शुरू करने के अभी तक सरकार की तरफ से निर्देश नहीं आए हैं। 28 जून तक तो पूरी तरह बंद रखने के आदेश रहे हैं। इसके बाद शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी शिक्षण संस्थाओं के खोलने पर निर्णय लेंगे। इसके लिए 30 जून के आसपास बैठक ली जाएगी। तभी कुछ स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। ऐसे में अगर अभी कोचिंग खुलती हैं तो यह कोविड नियमों का पूरी तरह से अवहेलना हाेगी।
इधर सरकारी स्कूल में बढ़े दाखिले
अभी तक सरकारी स्कूलों में दाखिले के लिए काफी कम आवेदन आए थे। शिक्षा विभाग भी इसको लेकर चिंतित था मगर पिछले 10 दिनों से सरकारी स्कूलों में दाखिला बढ़ने लगा है। उसमें भी छोटी कक्षाओं में यह तेजी से बढ़ रहा है। शिक्षा विभाग इस पर पूरी तैयारी किए हुए है। वह लगातार शिक्षकों को बच्चों के घर भेजकर उनके दाखिला व ड्रापआउट सर्वे दोनों ही करा रहे हैं।
28 जून के बाद लिया जाएगा निर्णय
कुलदीप सिहाग, जिला शिक्षाधिकारी, हिसार ने कहा कि शिक्षण संस्थानों को खोलने के अभी तक कोई निर्देश नहीं आए हैं। कम से कम 28 जून तक तो नहीं। इसके बाद बैठक होने के बाद निर्णय लिया जाएगा कि शिक्षण संस्थान किस प्रक्रिया के तहत खुलेंगे।
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