सीएम फ्लाइंग ने पकड़ी नकली रसगुल्ले बनाने की फैक्ट्री

दोनों ही स्थानों पर कच्चे और तैयार माल पर मक्खियां भिनभिना रही थी। यह फैक्ट्रियां मध्य प्रदेश के जिला भिड की तहसील अटेर के कनेरा गांव निवासी भागीरथ उर्फ पहलवान और राजहंस द्वारा लंबे समय से चलाई जा रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 07:39 AM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 07:39 AM (IST)
सीएम फ्लाइंग ने पकड़ी नकली रसगुल्ले बनाने की फैक्ट्री
सीएम फ्लाइंग ने पकड़ी नकली रसगुल्ले बनाने की फैक्ट्री

संवाद सहयोगी, बरवाला (हिसार) : सीएम फ्लाइंग की टीम ने बरवाला के वार्ड 18 में छापामार कर नकली रसगुल्ले बनाने वाली दो फैक्ट्रियों को पकड़ा। इनमें लगभग 10 क्विंटल नकली रसगुल्ले और कच्चा माल बरामद हुआ है। गंदे तालाब के किनारे दूषित और गंदे वातावरण में रसगुल्ले तैयार किए जा रहे थे। कार्रवाई के दौरान दुर्गध के कारण अधिकारियों का वहां खड़े रहना भी मुश्किल हो रहा था।

दोनों ही स्थानों पर कच्चे और तैयार माल पर मक्खियां भिनभिना रही थी। यह फैक्ट्रियां मध्य प्रदेश के जिला भिड की तहसील अटेर के कनेरा गांव निवासी भागीरथ उर्फ पहलवान और राजहंस द्वारा लंबे समय से चलाई जा रही हैं। इन दोनों ने शहर के बाहरी हिस्से में बरवाला के एक वर्तमान पार्षद के पिता और एक पूर्व पार्षद से किराए पर दोनों प्लॉट लेकर फैक्ट्रियां लगाई हुई थी। दोनों ही स्थानों पर गंदगी से भरे तालाब के किनारे लगी भट्ठियों में पाउडर के आटे को गूंथा जा रहा था। एक जगह तो छापे का भी वर्करों पर असर दिखाई नहीं दिया। टीम को देखकर भी वह अपने काम में जुटे रहे।

सीएम फ्लाइंग में इंस्पेक्टर विक्रमजीत भादू, रणधीर सिंह, धर्मपाल सिंह, मनदीप सिंह और राजेंद्र सिंह आदि की टीम ने पुलिस के सहयोग से यहां पर छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया। इसके बाद फूड सेफ्टी विभाग की ओर से फूड सेफ्टी अधिकारी डा. अरविद्रजीत सिंह की टीम ने यहां पर आकर नकली रसगुल्लों, वनस्पति तेल व अन्य सामग्री आदि के सैंपल भरे। दोनों ही स्थानों पर अरारोट नामक पाउडर से रसगुल्ले बनाए जा रहे थे।

90 से 100 रुपये प्रति किलो बेचते थे

प्रारंभिक पूछताछ में फैक्ट्री मालिकों ने टीम को बताया कि वह मध्य प्रदेश से कारिदे लाते थे। यह लोग नकली रसगुल्ले तैयार कर बाजार में 90 से 100 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचते थे। कई दुकानदार तो यहीं से माल ले जाते थे

यह रसगुल्ले खाने लायक नहीं

फूड सेफ्टी अधिकारी डा. अरविद्रजीत सिंह ने बताया कि यह रसगुल्ले बिल्कुल भी खाने लायक नहीं हैं। बेहद गंदे वातावरण में यह माल तैयार किया जा रहा था। यहां मक्खियों की भी भरमार है। इसलिए सैंपल लेकर पूरे माल को नष्ट कराया जा रहा है।

chat bot
आपका साथी