हिसार में नगर निगम के गेट पर धरने पर बैठे सफाई कर्मी, चरमरा सकती है शहर की सफाई व्यवस्था
नगर निगम गेट के पास कर्मचारियों ने अपना टेंट लगा दिया और वहा बैठकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पहले दिन 50 से अधिक सफाई कर्मी धरने पर बैठे। जिसके कारण शहर के वार्डों में विभिन्न हिस्सों में सफाई व्यवस्था चरमरा गई।
हिसार, जेएनएन। हिसार शहर में सफाई व्यवस्था बेपटरी हो गई है। कारण है कि बुधवार को नगर पालिका कर्मचारी संघ के बैनर तले नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर धरना शुरु कर दिया है। नगर निगम गेट के पास कर्मचारियों ने अपना टेंट लगा दिया और वहा बैठकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पहले दिन 50 से अधिक सफाई कर्मी धरने पर बैठे। जिसके कारण शहर के वार्डों में विभिन्न हिस्सों में सफाई व्यवस्था चरमरा गई।
धरने पर बैठे सफाई कर्मियों ने यूनियन के माध्यम से सरकार और प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो आगामी समय में वे शहर की पूरी सफाई व्यवस्था ठप कर देंगे और धरने को अनिश्चितकालीन आंदोलन का रुप देंगे। इस दौरान प्रधान प्रवीन कुमार कर्मचारियों का नेतृत्व कर रहे है। उनके नेतृत्व में कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन जारी रखा।
पहले दिन 50 कर्मचारी धरने पर
नगर पालिका कर्मचारी संघ के बैनर तले पहले दिन 50 से अधिक कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन शुरु किया। प्रधान प्रवीन कुमार ने कहा कि हमने जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन शुरु किया है। जिसमें हिसार नगर निगम के अलावा जिले की पालिका व परिषद का भी समर्थन मिला है। सभी एकजुट होकर कर्मचारियों की मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे। पहले दिन 50 कर्मचारी धरने पर आए है। यदि मांगें नहीं मानी तो प्रतिदिन धरने पर कर्मचारियों की संख्या बढ़ाते रहेंगे।
कर्मचारियों की मांगें
समान काम समान वेतन, कच्चे कर्मचारी पक्के करो। कर्मचारियों को एलटीसी दो। कर्मचारियों को आवासीय योजना के तहत मकान दिए जाए। ठेका प्रथा बंद की जाए सहित कई मांगों को लेकर कर्मचारी धरने पर है।
शहर की ये है स्थिति
हिसार में कुल वार्ड : 20
जनगणना 2011 के अनुसार हिसार की जनसंख्या : 301383
शहर से प्रतिदिन कचरा निकलता है : 180 टन
ओडीएफ में शहर की स्थित : ओडीएफ प्लस प्लस का सम्मान
देश में स्वच्छ सर्वेक्षण में रैंकिंग : 105 वें स्थान पर
स्वच्छता पर भी धरने का पड़ेगा असर
स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 चल रहा है। ऐसे में कर्मचारियों के धरने पर जाने से शहर की स्वच्छता तो प्रभावित हुई है साथ ही यदि धरना आंदोलन का रुप लेता है तो स्वच्छ सर्वेक्षण में स्वच्छता की दौड़ लगातार आगे बढ़ रहा शहर का ग्राफ गिरने की स्थिति पर पहुंच जाएगा। ऐसे में अब नगर निगम प्रशासन भी दुविधा में आ गया है कि इस मामले में क्या फैसला ले। क्योंकि अधिकांश मांगें सरकार लेवल की है।
----फिलहाल हमने शहर की पूरी सफाई व्यवस्था ठप नहीं की है। हमारे 50 से अधिक सफाई कर्मी ही धरने पर बैठे है। यदि कर्मचारियों की लंबित मांगें नहीं मानी तो आगामी समय में दिन प्रतिदिन धरने पर कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। फिलहाल धरने शुरु हो गया है। धरने के संंबंध में आगामी फैसला नगर पालिका कर्मचारी संघ के आला पदाधिकारियों की ओर से जो दिशा निर्देश आएंगे उनकी पालना की जाएगी।
प्रवीन कुमार, प्रधान, नगर पालिका कर्मचारी संघ हिसार।