मुख्यमंत्री मनोहर लाल के छोटे भाई गुलशन खट्टर का निधन, अंतिम संस्‍कार पर पहुंचे सीएम

सीएम मनोहर लाल के छोटे भाई गुलशन लाल खट्टर का शुक्रवार तड़के गुरुग्राम के मेदांता मेडिसिटी अस्पताल में निधन हो गया। 56 वर्षीय गुलशन निमोनिया की बीमारी से ग्रस्त थे। वे रोहतक के भिवानी चुंगी में परिवार के साथ रहते थे और गांव में खेती-किसान करते थे।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 13 Aug 2021 10:16 AM (IST) Updated:Fri, 13 Aug 2021 10:16 AM (IST)
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के छोटे भाई गुलशन खट्टर का निधन, अंतिम संस्‍कार पर पहुंचे सीएम
सीएम मनोहर के भाई 56 वर्षीय गुलशन निमोनिया की बीमारी से ग्रस्त थे, सीएम अंतिम संस्‍कार पर पहुंचे

जागरण संवाददाता, रोहतक : मुख्यमंत्री मनोहर लाल के छोटे भाई गुलशन लाल खट्टर का शुक्रवार तड़के गुरुग्राम के मेदांता मेडिसिटी अस्पताल में निधन हो गया। वहीं सीएम मनोहर लाल ने ट्वीट करके दुख जताया है और कहा है कि मेरे लिए अपूरणीय क्षति है। 56 वर्षीय गुलशन निमोनिया की बीमारी से ग्रस्त थे। वे रोहतक के भिवानी चुंगी में परिवार के साथ रहते थे और गांव में खेती-किसान करते थे। शाम तीन बजे शीला बाईपास स्थित श्मशानघाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित भाजपा के मंत्री, विधायक व पार्टी पदाधिकारियों ने उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए रोहतक में पहुंचे।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल जिले के गांव बनियानी में रहे हैं। मुख्यमंत्री सहित पांच भाई और दो बहने हैं। सबसे बड़े मनोहर लाल, उसके बाद जगदीश लाल, चरणजीत खट्टर, गुलशन लाल खट्टर व सबसे छोटे विजय खट्टर हैं। गुलशन लाल पहले गांव बनियानी में ही रहते थे। बाद में रोहतक के भिवानी चुंगी स्थित राजेंद्र कालोनी में मकान बना लिया और परिवार के साथ रहने लगे। गुलशन लाल गांव में पुस्तैनी जमीन पर खेती करते थे।

वह अपनी हिस्से की जमीन के अलावा अन्य चारों भाइयों की जमीन पर भी खेती करते थे। गुलशन लाल को अक्सर खेतों में ट्रैक्टर चलाते, ट्यूबल से सिंचाई करते व फसल काटते देखा जाता था। कंधे पर कस्सी लेकर खेत में खुद ही काम करते थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के भाई जगदीश लाल दिल्ली के रोहिणी में रहते हैं जबकि चरणजीत रोहतक के प्रीत विहार तथा विजय गुरुग्राम में परिवार के साथ रहते हैं।

पांच भाइयों की दो बहनें संतोष और सुमन भी हैं। गुलशन लाल का जीवन पूरी तरह से सादगी से भरा हुआ था। बड़े भाई मनोहर लाल के मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उनकी जीवनशैली और स्वभाव में कोई बदलाव नहीं आया। वे अपने पीछे दो बेटे नीरज व केशव तथा एक बेटी सोनम सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए।

6 जुलाई को सीएम पीजीआइ आए थे हालचाल जानने मुख्यमंत्री मनोहर लाल छह अगस्त को पीजीआइ में भर्ती गुलशन लाल के स्वास्थ्य का हालचाल जानने आए थे। पीजीआइ के अाइसीयू में भर्ती थे और उनकी हालत गंभीर थी। लेकिन चिकित्सकों ने उनके स्वास्थ्य में सुधार का आश्वासन दिया था। निमोनिया बिगड़ने की शिकायत उनको बताई जा रही थी। पीजीआइ में जब कोई सुधार नहीं होता दिखा तो स्वजन बुधवार को गुरुग्राम स्थित मेदांता मेडिसिटी अस्पताल ले गए थे, जहां उनका उपचार चल रहा था। शुक्रवार तड़के तीन बजकर 40 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली।

रोहतक : शीला बाईपास के समीप श्मशान घाट में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गृह मंत्री अनिल विज, राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा, सांसद अरविंद शर्मा व अन्य लोग।

इन्होंने किया शोक प्रकट

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, रोहतक से सांसद डा. अरविंद शर्मा, पूर्व सहकारिता राज्य मंत्री एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष ग्रोवर, भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री रविंदू राजू, नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा, जिला अध्यक्ष अजय बसंल, नगर निगम मेयर मनमोहन गोयल, सतीश नांदल, शमशेर सिंह खरकड़ा, विधायक भारत भूषण बतरा, महम से विधायक बलराज कुंडू , पूर्व मंत्री सुभाष बतरा, पूर्व मंत्री कृष्ण मूर्ति हुड्डा, सहित अनेक सामाजिक, धार्मिक व अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के छोटे भाई गुलशन लाल खट्टर के निधन पर शोक प्रकट किया।

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