चरखी दादरी में लकड़ियों के कारोबारी पर मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने मारा छापा, दर्जनों हरे पेड़ों का जखीरा किया बरामद

गांव का ही अशोक कुमार नामक व्यक्ति ये लकड़ियां अन्य गांवों से काटकर लाता है और फिर दूसरे शहरों में आपूर्ति करता है। उड़नदस्ते में शामिल अधिकारियों ने पेड़ों की अवैध कटाई कर भंडारण करने पर वन विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाया।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 01:33 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 01:33 PM (IST)
चरखी दादरी में लकड़ियों के कारोबारी पर मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने मारा छापा, दर्जनों हरे पेड़ों का जखीरा किया बरामद
अधिकारियों ने लकड़ी को कब्जे में लेकर इस कार्य में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की।

संवाद सहयोगी, बाढड़ा (चरखी दादरी) । मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने बुधवार सुबह बाढड़ा उपमंडल के गांव जेवली में दबिश देकर यहां काट कर भंडारित किए गए दर्जनों हरे पेड़ों का जखीरा बरामद किया है। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते द्वारा छापेमारी की सूचना मिलते ही पेड़ों को काटकर बेचने वाले लोग मौके से फरार हो गए। वन विभाग की टीम ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की एक टीम सब इंस्पेक्टर राजबीर सिंह के नेतृत्व में बुधवार सुबह गांव जेवली में पहुंची। यहां पर टीम ने गांव के समीप ही खाली खेत में भंडारित हरी लकड़ियों का जायजा लिया तथा ग्रामीणों से इन लकड़ियों के मालिक के बारे में पूछताछ की।

हरे पेड़ों को काट कर लकड़ियों का किया हुआ था भंडारण 

ग्रामीणों ने बताया कि गांव का ही अशोक कुमार नामक व्यक्ति ये लकड़ियां अन्य गांवों से काटकर लाता है और फिर दूसरे शहरों में आपूर्ति करता है। उड़नदस्ते में शामिल अधिकारियों ने पेड़ों की अवैध कटाई कर भंडारण करने पर वन विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाया तथा लकड़ी को कब्जे में लेकर इस कार्य में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। मुख्यमंत्री उड़नदस्ता इंचार्ज राजबीर सिंह व वन विभाग के दरोगा धर्मेंद्र ने मौके पर पहुंच कर निरीक्षण किया तो पता चला के ये लकड़ियां कीकर, जांटी, शीशम व अन्य दुर्लभ प्रजाती के पेड़ों की है।

जांच में जुटी मुख्यमंत्री उड़नदस्ते व वन विभाग की टीम

इस दौरान ये भी सामने आया कि जिन लकड़ियों का भंडारण किया गया है, उनमें से कुछ पेड़ तो करीब 70-80 साल पुराने हैं। टीम अधिकारियों ने जांच करते हुए इस कार्य में संलिप्त लोगों पर जुर्माना लगाते हुए पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। खबर लिखे जाने तक टीम द्वारा वहां पर कार्रवाई की जा रही थी।

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