कैसे मिलेगा इलाज, फतेहाबाद में 2 चिकित्सकों के हवाले 25 गांवों की जनसंख्‍या, फैल रहा कोरोना

फतेहाबाद में भट्टूकलां क्षेत्र की सीएचसी में काम कर रहे चिकित्सक व कर्मचारी बड़ी संख्या में कोरोना की संक्रमित होने से हालत खराब हो गए। पहले से खाली पड़े पद और अब स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित होने से हालत बद से बदतर हो गए है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 08:38 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 08:38 AM (IST)
कैसे मिलेगा इलाज, फतेहाबाद में 2 चिकित्सकों के हवाले 25 गांवों की जनसंख्‍या, फैल रहा कोरोना
भट्टू कलां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत 4 चिकित्सक व 7 स्वास्थ्य कर्मी कोरोना पॉजिटिव

भट्टूकलां/फतेहाबाद, जेएनएन। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खंड के 25 गांवों पर एक बना हुआ। ऐसे में जाहिर की बड़ी आबादी को महामारी के दौर में स्वास्थ्य सेवाओं की सख्त जरूरत है। लेकिन सीएचसी में काम कर रहे चिकित्सक व कर्मचारी बड़ी संख्या में कोरोना की संक्रमित होने से हालत खराब हो गए। पहले से खाली पड़े पद और अब स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित होने से हालत बद से बदतर हो गए है।

दरअसल, सीएचसी केअंतर्गत 4 डॉक्टर व 7 स्वास्थ्य कर्मी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से यहां स्वास्थ्य सेवाओं में लगे कर्मचारियों में काफी कमी होने के बावजूद दूसरा कर्मचारी कोई सहयोग देने को तैयार नहीं है । ऐसे में कोरोना पॉजिटिव मरीजों को कैसे मिले पूरी स्वास्थ्य सेवाएं। इस समय भट्टूकलां के सीएचसी में कार्यरत डा. जितेंद्र, डा. मनु राठी, डा. चेतना, डा. कुलदीप कोरोना संक्रमित आने पर होम आइसोलेट है।

वहीं डा. चेतना के पॉजिटिव होने पर उनके पति डाक्टर सुनील भी होम आइसोलेट हो गए हैं। इसी तरह 7  स्वास्थ्य कर्मचारी भी कोरोना पॉजिटिव आने पर होम आइसोलेट हुए है। उनमें एक स्वास्थ्य निरीक्षक, दो महिला कार्यकर्ता, एक पुरुष कार्यकर्ता, 3 स्टाफ नर्स हैं। अब मात्र एसएमओ डा. सुजाता बंसल, डा. रोहित धवन ही पूरी व्यवस्था संभालने को लेकर लगे हुए हैं।

न मास्टर आए तो न सक्षम युवा :

इतना ही नहीं स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार चलाए रखने में सर्वे रिपोर्ट, सैंपल व कंटेनमेंट जोन बनाने को लेकर अध्यापकों के भी विभाग द्वारा आर्डर हुए थे। जिन 5 अध्यापकों के यहां आर्डर किए गए एक ने भी यहां चार्ज नहीं संभाला। इतना ही नहीं भट्टू कलां में सक्षम युवाओं को भी भेजा गया। जिसमें करीब छह सक्षम युवाओं की ड्यूटी लगाई गई । लेकिन केवल मात्र एक राजेश सक्षम युवा अब ड्यूटी दे रहा है। बाकी सक्षम युवाओं ने भी इस कार्य में अपनी रुचि नही दिखाकर रिलीव हो गए। ऐसे में स्वास्थ्य सेवाएं न लड़खड़ाए इसको लेकर मौजूदा हालात में जो स्वास्थ्य कर्मी है उन्हीं के माध्यम से काम चलाया जा रहा है।

कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के चलते हर घर में सर्वे रिपोर्ट लेने की भी आदेश हुए हैं । लेकिन विभागीय अधिकारियों ने द्बारा अगर इस और समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो स्वास्थ्य सेवाएं लड़खड़ा जाएंगी।

आ रही परेशानी : बंसल

मौजूद स्थिति में काफी कम संख्या में उनके पास कर्मचारी हैं। डॉक्टरों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ गई है उनके पास अब एक ही डॉक्टर है उन्होंने विभाग के पास बार-बार आग्रह किया है कि किसी भी सहयोगी को भेजा जाए। ताकि स्वास्थ्य सेवाओं को बनाए रखने को लेकर व्यवस्था बनी रहे और हर व्यक्ति तक स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच सके।

- डा. सुजाता बसंल, डिप्टी सीएमओ, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, भट्टूकलां

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