आज भी बारिश के आसार, 14 मार्च को साफ होगा मौसम, ओलावृष्टि से फसलों में नुकसान
मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि शुक्रवार को भी कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी के आसार हैं। इसके बाद बादलवाई रहेगी मगर आमतौर पर मौसम खुश्क रहेगा।
हिसार, जेएनएन। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण लगातार बारिश हो रही है। तीन से चार दिन के अंतराल में ही फिर से जाेरदार बारिश हो रही है। वीरवार को भी प्रदेश के कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है। कैथल में जहां 25 एमएम बारिश हुई, वहीं यमुनानगर के साढ़ौरा में 15 एमएम बारिश हुई। करनाल में बुधवार रात को 21.2 एमएम बरसात हुई। यमुनानगर के बिलासपुर, रादौर व जगाधरी क्षेत्र में ओलावृष्टि भी हुई। इनके अलावा भिवानी के ढिगांवा, हिसार व बरवाला के आसपास के क्षेत्रों में बारिश हुई। किसानों ने ओलावृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार से मुआवजे की मांग भी की है।
हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि शुक्रवार को भी कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी के आसार हैं। इसके बाद बादलवाई रहेगी, मगर आमतौर पर मौसम खुश्क रहेगा।
ऐसे में आज भी मौसम साफ नहीं होगा। इसे लेकर किसानों में चिंता बनी हुई है। साथ ही महीनों की मेहनत पर भी पानी फिर रहा है। अभी मार्च महीने में ही एक और पश्चिमी विक्षोभ आने के आसार माने जा रहे हैं। अगर इसके कारण फिर से बारिश हुई तो फसलों में और ज्यादा नुकसान होगा। पहाड़ों में हो रही बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों की ओर हवा का दबाव बनने से तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। मार्च महीने में हो रही बारिश बीते कई सालों से कहीं ज्यादा है।
कैथल से कृषि वैज्ञानिक डॉ. रमेश चंद्र वर्मा ने बताया कि इस बरसात से सब्जियों की फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है। किसानों को हिदायत है कि वे खेतों में जमा पानी को जल्द बाहर निकालें, इससे गेहूं की फसल खराब नहीं होगी। केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बरसात हो सकती है। कई जगह पर हल्की ओलावृष्टि के भी आसार हैं। 14 मार्च को मौसम साफ हो जाएगा।