सीडीएलयू जून माह में लेगा मिड टर्म परीक्षाएं, विश्वविद्यालय के कुलपति ने बैठक में लिया फैसला

परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजकुमार सलार ने बताया की अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं की तिथि को आगे न बढ़ाने की मांग कर रहे थे। इसी को लेकर जुलाई माह के पहले सप्ताह से स्नातकोत्तर के अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं प्रारंभ की जाएगी ।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 02:03 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 02:03 PM (IST)
सीडीएलयू जून माह में लेगा मिड टर्म परीक्षाएं, विश्वविद्यालय के कुलपति ने बैठक में लिया फैसला
सीडीएलयू में विधार्थी हित को ध्यान में रखते हुए सर्वसम्मति से निर्णय लिया की जून माह में मिड टर्म परीक्षाएं

सिरसा, जेएनएन। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्नातकोत्तर के अंतिम सेमेस्टर के विद्यार्थियों की समय पर परीक्षा करवाने से संबंधित मांग पर संज्ञान लेते हुए बैठक हुई। इस बैठक में विधार्थी हित को ध्यान में रखते हुए सर्वसम्मति से निर्णय लिया की जून माह में मिड टर्म परीक्षाएं तथा प्रयोगिक परीक्षाएं व स्नातकोत्तर के अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं जुलाई माह के पहले सप्ताह से प्रारंभ की जाएंगी। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक, शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रो. सुरेश गहलावत व परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजकुमार सलार ने बैठक कर फैसला लिया।

विद्यार्थी परीक्षा तिथि आगे न बढ़ाने की कर रहे थे मांग

परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजकुमार सलार ने बताया की अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं की तिथि को आगे न बढ़ाने की मांग कर रहे थे। इसी को लेकर जुलाई माह के पहले सप्ताह से स्नातकोत्तर के अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं प्रारंभ की जाएगी । परीक्षाओं के संचालन में राज्य तथा केंद्र सरकार की कोविड 19 संबंधी विभिन्न गाइडलाइंस की अनुपालन की जाएगी। परीक्षाओं की समय सारणी जल्द विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर डाल दी जाएगी। प्रो. सलार ने बताया की विद्यार्थियों ने कुलपति महोदय से ईमेल के माध्यम से अनुरोध किया था कि पेंडेमिक की वजह से वे मानसिक तनाव की स्थिति का सामना कर रहे हैं, और वे नहीं चाहते कि उनके सीनियर्स की भांति उनके फाइनल सेमेस्टर के एग्जाम भी सितंबर माह में आयोजित किये जाये।

संकट की घड़ी में कुछ राहत मिलेगी

उन्होंने कहा कि देश तथा विदेश के अनेक विश्वविद्यालय में पीएचडी के लिए बीएड के लिए या प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए स्नातकोत्तर की डिग्री की आवश्यकता होती है और यदि उनकी डिग्री समय पर मिलती है तो उन्हें संकट की इस घड़ी में कुछ राहत मिलेगी। विद्यार्थियों ने माना कि पेन्डेमिक की वजह से पीएचडी एंट्रेंस तथा राष्ट्रीय स्तर की अनेक परीक्षाएं स्थगित हो रही है लेकिन यदि विश्वविद्यालय परीक्षाओं की समय सारणी को समय पर जारी करता है तो विद्यार्थी परीक्षा देने के लिए मानसिक रूप से तैयार रहेंगे और परीक्षाओं में अच्छा स्कोर भी हासिल कर पाएंगे। इसलिए मिड टर्म एग्जाम्स तथा परीक्षाओं की सूची समय सारणी जल्द से जल्द जारी की जाए ताकि कॉलेज एग्जाम पास करने के बाद अन्य परीक्षाओं की तैयारी वे बेहतर ढंग से कर सकें। विद्यार्थियों ने कहा की परीक्षाएं समय पर शुरू होने से जहां एक ओर उनका वर्ष बच सकेगा वहीं दूसरी ओर उनका मानसिक तनाव भी कम हो सकेगा। विद्यार्थियों ने माना की हालात काफी क्रिटिकल है और इस संबंध में निर्णय लेना भी कठिन है लेकिन फिर भी उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए उन्हें राहत प्रदान की जाए

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