डबवाली में करीब 50 लाख रुपये से 26 जगहों पर लगने हैं 107 कैमरे, हिसार की फर्म को मिल सकता है काम

सीसीटीवी कैमरों पर करीब 50 लाख रुपये खर्च आने की संभावना है। बड़े शहरों की तर्ज पर तीन जगहों पर छह ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉनाइजेशन (एएनपीआर) कैमरे लगाए जाएंगे। ये सीसीटीवी कैमरे वाहन की नंबर प्लेट को स्कैन कर सकते हैं।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 04:09 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 04:09 PM (IST)
डबवाली में करीब 50 लाख रुपये से 26 जगहों पर लगने हैं 107 कैमरे, हिसार की फर्म को मिल सकता है काम
सीसीटीवी कैमरे के रेट अप्रूवल के लिए डीएमसी सिरसा को भेजी फाइल, इसी सप्ताह मिल सकती है अप्रूवल

सिरसा/डबवाली, जेएनएन। डबवाली शहर में 26 जगहों पर 107 सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए दो फर्म ने आवेदन किया है। हिसार की इंफ्रा सल्यूशन का मूल्य कम है। संभावना जताई जा रही है कि हिसार की फर्म को टेंडर अलॉट होगा। हालांकि इससे पहले नगरपरिषद डबवाली रेट अप्रवूल के लिए फाइल नगर आयुक्त डा. संगीता तेत्रवाल के पास भेजेगी। इसी हफ्ते अप्रूवल आने के बाद संबंधित फर्म को वर्क ऑर्डर जारी हो सकता है। शहर में तीसरी आंख का पहरा होने से सुरक्षा की दृष्टि में अहम साबित होगा। चूंकि इससे अपराधियों की पहचान आसानी से हो सकेगी।

सीसीटीवी कैमरों पर करीब 50 लाख रुपये खर्च आने की संभावना है। बड़े शहरों की तर्ज पर तीन जगहों पर छह ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉनाइजेशन (एएनपीआर) कैमरे लगाए जाएंगे। ये सीसीटीवी कैमरे वाहन की नंबर प्लेट को स्कैन कर सकते हैं। चालक की ओर से किए गए उल्लंघन को रिकॉर्ड को उसकी फोटो सहित सीधे कंट्रोम रुम में भेज देगा। जबकि पांच जगहों पर वेरीफोकल कैमरों को लगाया जाना है। शेष 18 जगहों पर चार एमपी (मेगापिक्सल) कैमरे लगेंगे। लोकेशन का चयन पुलिस ने किया है। मार्च 2021 में पुलिस ने लोकेशन ट्रैस करने के लिए एक कमेटी बनाई थी।

जिसमें डीएसपी कुलदीप बैनीवाल, शहर थाना प्रभारी तथा सेवानिवृत पुलिस कर्मियों को शामिल किया गया था। सेवानिवृत कर्मचारियों ने डबवाली शहर में चोर रास्तों की जानकारी दी थी। हफ्ते भर में पुलिस ने लोकेशन ट्रैस करके नगरपरिषद को सूचित किया था। जिसके बाद नगरपरिषद ने शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए टेंडर कॉल किया था।

पूरी व्यवस्था नगरपरिषद करेगी। योजना अनुसार शहर थाना में कंट्रोल रुम स्थापित किया जाएगा। थाना में ही टॉवर लगेगा। बताया जाता है कि टॉवर का निर्माण खुद पुलिस को करना है। तीसरी आंख का पहरा लगने से शहर की सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ होने की उम्मीद है। चूंकि शहर पंजाब से सटा हुआ है। वारदात अंजाम देने के बाद अपराधी पंजाब में प्रवेश कर जाते हैं। पहचान करनी मुश्किल हो जाती है। लेकिन सीसीटीवी कैमरे लगने से आरोपितों की पहचान आसान हो जाएगी।

----

टेंडर ओपन हो चुका है। दो फर्मो ने आवेदन किया है। रेट अप्रूवल के लिए केस डीएमसी सिरसा के पास भेजा जाएगा। इस कार्य में एक हफ्ता लग सकता है। अप्रवूल मिलने के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।

-ऋषिकेश चौधरी, सचिव, नगरपरिषद डबवाली

chat bot
आपका साथी