अकेले हिसार में ब्लैक फंगस के मामले 100 के पार, महज 24 मरीज ही फंगस से उभर पाए

अभी तक हिसार के अस्‍प्‍तालों में ब्‍लैक फंगस बीमारी के 212 मामले आए हैं इनमें से 100 मामले हिसार और 112 मामले हिसार से बाहर के जिलों से संबंधित है। वर्तमान में हिसार में 162 मरीज उपचाराधीन है। 24 मरीज अभी तक इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Tue, 08 Jun 2021 01:59 PM (IST) Updated:Tue, 08 Jun 2021 01:59 PM (IST)
अकेले हिसार में ब्लैक फंगस के मामले 100 के पार, महज 24 मरीज ही फंगस से उभर पाए
अकेले अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में अभी तक ब्लैक फंगस के प्रदेश के 201 केस आए जिनमें 47 की मौत हुई

हिसार, जेएनएन। हिसार जिले के अस्‍पतालों में अभी तक ब्‍लैक फंगस बीमारी के 212 मामले आए हैं, इनमें से 100 मामले हिसार और 112 मामले हिसार से बाहर के जिलों से संबंधित है। वर्तमान में हिसार में 162 मरीज उपचाराधीन है। 24 मरीज अभी तक इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं। अकेले अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में अभी तक ब्लैक फंगस के 201 केस आए जिनमें 47 मरीजों की मौत हो चुकी है। अग्रोहा मेडिकल के मीडिया प्रभारी डा. अनुप ग्रोवर के अनुसार कोरोना अस्पताल में काेरोना संक्रमितों व ब्लैक फंगस के कुल 138 मरीज उपचाराधीन हैं जिनमें 78 मरीज ब्लैक फंगस व 60 मरीज कोरोना संक्रमित मरीज उपचाराधीन हैं। साेमवार को 9 और मरीजों को उपचार के लिए दाखिल किया गया। इसके साथ सोमवार को एक ही दिन में कोरोना संक्रमण के चलते छह मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो गई।

ज्ञात हो कि अग्रोहा मेडिकल में दवादयों के अभाव में ब्लैक फंगस मरीजों का उपचार रूका हुआ था। सोमवार को मेडिकल कालेज में एंटी फंगल दवाइयां आ जाने से एक बार फिर से मरीजों का उपचार शुरू कर दिया गया। मेडिकल कालेज के मीडिया प्रभारी डा. अनूप ग्रोवर ने बताया कि सोमवार को इएनटी विशेषज्ञ डा. नाईक व सहयोगी चिकित्सकों द्वारा ब्लैक फंगस से संक्रमित चार मरीजों की सर्जरी की गई वंही डा. अर्पणा व सहयोगी टीम द्वारा पांच ब्लैक फंगस संक्रमित मरीज जिनके आंख तक फंगस का संक्रमण पंहुच चुका था संक्रमण को आगे बढ़ने से रोकने के लिए इंजेक्शन दिए गए।

सोमवार को 72 मरीज ब्लैक फंगस के मिले

डा. ग्रोवर ने बताया कि सोमवार शाम तक अग्रोहा मेडिकल में हिसार, सिरसा, फतेहाबाद सहित भिवानी जिले के उपचाराधीन 78 मरीजों में 72 मरीजों में ब्लैक फंगस के संक्रमण की पुष्टि को चुकी है वहीं ब्लैक फंगस के 6 मरीज आशंकित हैं। इसके साथ ब्लैक फंगस से संक्रमित चार मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो गई।

ये बरते सावधानी

म्यूकर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) बीमारी के लक्षण महसूस होते ही यदि उपचार आरंभ हो जाए, तो इस बीमारी से जल्द रिकवरी की संभावनाएं काफी बढ़ जाती है, इसलिए जिन भी लोगों को इस बीमारी के लक्षण महसूस होते हैं, तो वह जल्द से जल्द विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लेकर अपना उपचार आरंभ करवाएं। सीएमओ डॉ रत्ना भारती ने यह जानकारी देते हुए कहा कि म्यूकर माइकोसिस महामारी से निपटने के लिए राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से व्यापक प्रबंध किए गए हैं। अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में इस बीमारी के लिए उपचार की व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त निजी अस्पतालों में भी ब्लैक फंगस के मरीजों के उपचार की व्यवस्था है। ब्लैक फंगस के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवा एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की उपलब्धता को बढ़ाया गया है।

सीएमओ ने जिलावासियों से की अपील

सीएमओ ने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि वे ब्लैक फंगस की बीमारी को लेकर पूर्णतया सतर्क रहें और इस बीमारी के लक्षणों को जरा भी नजरअंदाज ना करें। आंख और कान के आसपास दर्द या लालिमा, सिरदर्द, सांस लेने में परेशानी, मानसिक भ्रम, बुखार, खांसी एवं उल्टी में खून आना इस बीमारी के लक्षण है। कोरोना संक्रमण से रिकवर हुए लोगों को इस बीमारी से विशेष तौर पर सावधान व सतर्क रहने की आवश्यकता है। रिकवर हुए मरीज व मधुमेह के रोगी ब्लड ग्लूकोज के लेवल की निगरानी रखें। किसी भी बीमारी में उपचार के लिए स्टेरॉयड, एंटीबायोटिक और एंटीफंगल दवाओं का इस्तेमाल बिना डॉक्टर की सलाह के ना करें।

अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में ये टीम कर रही देखभाल

अग्रोहा मेडिकल में चिकित्सकों की टीम मेडिकल कालेज के एमएस डा. नजिर अहमद पंडित व नोडल अधिकारी डा. राजीव चौहान के नेतृत्व में आंख रोग विशेषज्ञ डा. प्रवीण रेवडी, डा. बंसीलाल बैनीवाल,डा. अर्पणा,डा. सोनिया,डा. राहुल,डा. ईशु बिश्नोई,डा. अनिल,डा. दिनेश,डा. भाग्या,डा. अनुराधा,डा. सुमीत्रा,डा. विभा,डा.शीतल,डा. ज्योति की टीम ने ब्लैक फंगस से संक्रमितों की देखभाल में लगे हुए हैं।

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